प्रधानमंत्री की संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा

Prime Minister of the United Arab Emirates visit

प्रश्न-16-17 अगस्त, 2015 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के आधिकारिक दौरे पर रहे। इससे पूर्व भारत के किस प्रधानमंत्री ने इस देश का आधिकारिक दौरा किया था?
(a) डॉ. मनमोहन सिंह
(b) राजीव गांधी
(c) इंदिरा गांधी
(d) लाल बहादुर शास्त्री
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य

  • प्रिंस मोहम्मद बिन जायेद बिन अल नाहयान के निमंत्रण पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16-17 अगस्त, 2015 के दौरान संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के आधिकारिक दौरे पर रहे।
  • उल्लेखनीय है कि यह 34 साल बाद प्रधानमंत्री के स्तर पर संयुक्त अरब अमीरात की पहली यात्रा है।
  • ज्ञातव्य है कि इससे पूर्व तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने मई, 1981 में संयुक्त अरब अमीरात का दौरा किया था।
  • गौरतलब है कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात की मित्रता बहुत गहरी है जो दोनों देशों की हजारों वर्ष पुरानी सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक संबंधों पर आधारित है।
  • वर्ष 1966 में आबूधाबी के शासक के रूप में शेख जाएद बिन सुल्तान अल नहयान की ताजपोशी के बाद तथा इसके बाद वर्ष 1971 में यूएई परिसंघ के सृजन से संबंध मजबूत हुए।
  • समग्र द्विपक्षीय संबंध के एक प्रमुख पहलू में भारत के संयुक्त अरब अमीरात के साथ प्रमुख आर्थिक एवं वाणिज्यिक संबंध हैं।
  • भारत-यूएई व्यापार वर्ष 1970 के दशक में 180 मिलियन अमेरिकी डॉलर था, जो इस समय लगभग 60 बिलियन अमेरिकी डॉलर है।
  • इस प्रकार चीन तथा अमेरिका के बाद, यूएई भारत का वर्ष 2014-15 में तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बन गया है।
  • इसके अतिरिक्त, यूएई भारत का दूसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है और वर्ष 2014-15 में 33 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का निर्यात हुआ।
  • यूएई के लिए, भारत वर्ष 2013 का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदारी रहा और 36 बिलियन अमेरिकी डॉलर का व्यापार (तेल इतर व्यापार) हुआ।
  • भारत द्वारा संयुक्त अरब अमीरात को जिन वस्तुओं का निर्यात किया जाता है उनमें मुख्य रूप से पेट्रोलियम उत्पाद, मूल्यवान धातु, पत्थर, रत्न और जेवरात, खनिज, खाद्य मदें (अनाज, चीनी, फल एवं सब्जियां, चाय, मांस और सीफूड), कपड़े (परिधान अपैरल, सिंथेटिक, फाइबर, सूती यार्न) इंजीनियरिंग तथा मशीनरी उत्पाद एवं रसायन शामिल हैं।
  • संयुक्त अरब अमीरात से भारत द्वारा जिन वस्तुओं का आयात किया जाता है उनमें मुख्य रूप से पेट्रोलियम एवं पेट्रोलियम उत्पाद, बहुमूल्य धातुएं, पत्थर, रत्न एवं आभूषण, खनिज, रसायन, लकड़ी एवं लकड़ी के उत्पाद शामिल हैं।
  • जहां तक तेल व्यापार का संबंध है, वर्ष 2014-15 में संयुक्त अरब अमीरात भारत के लिए कच्चे तेल का 6वां सबसे बड़ा आयात स्रोत था।
  • इसके अलावा जहां तक द्विपक्षीय निवेश का संबंध है, अनुमान है कि संयुक्त अरब अमीरात से भारत में कुल विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) 3.01 बिलियन अमेरिकी डॉलर के आस-पास है (जनवरी 2015) तथा इसे भारत में 10वें सबसे बड़े निवेशक के रूप में माना गया है।
  • इसके अतिरिक्त अवसंरचना, ऊर्जा एवं निवेश सहित विभिन्न क्षेत्रों में आपसी मुद्दों के समाधान के लिए अनेक संयुक्त कार्य समूह भी गठित किए गए हैं।
  • दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंध रहे हैं और दोनों के बीच सरकारी एवं लोकप्रिय दोनों स्तरों पर नियमित सांस्कृतिक आदान-प्रदान किया जाता रहा है।
  • उल्लेखनीय है कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात ने वर्ष 1975 में सांस्कृतिक करार पर हस्ताक्षर किए थे।
  • 16 अगस्त, 2015 को प्रधानमंत्री अपनी यात्रा के दौरान शेख जायेद ग्रैंड मस्जिद गए।
  • इसके बाद वह आईसीएडी आवासीय शहर गए जहां उन्होंने भारी संख्या में आए भारतीय मजदूरों से मुलाकात की।
  • 17 अगस्त, 2015 को प्रधानमंत्री ने विश्व के पहले ‘शून्य कार्बन शहर’ ‘मसदर’ का दौरान किया।
  • यहां उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात के कारोबारियों के साथ उच्चाधिकार प्राप्त बैठक की जिसमें वस्तुत: इसकी अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व था।
  • प्रधानमंत्री की यात्रा के अवसर पर संयुक्त अरब अमीरात सरकार ने आबू धाबी में मंदिर का निर्माण करने के लिए भारतीय समुदाय को भूमि प्रदान करने की घोषणा की।
  • 17 अगस्त, 2015 को आबूधाबी में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायेद अल नाह्यान तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मध्य द्विपक्षीय वार्ता संपन्न हुई।
  • वार्ता के पश्चात दोनों नेताओं ने 13 बिंदुओं वाला ‘संयुक्त वक्तव्य’ जारी करते हुए निम्नलिखित प्रमुख बातों पर सहमत हुए-भारत संयुक्त अरब अमीरात साझेदारी को व्यापक सामरिक साझेदारी के रूप में स्तरोन्नत करना।
  • संयुक्त राष्ट्र में अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद पर भारत के प्रस्तावित व्यापक अभिसमय को अपनाने के लिए साथ मिलकर काम करना।
  • आतंकवाद की खिलाफत से जुड़ी कार्यवाहियों, आसूचना की हिस्सेदारी तथा क्षमता निर्माण के सहयोग में वृद्धि करना।
  • कानून प्रवर्तन, धन शोधनरोधी प्रयासों, दवाओं की तस्करी तथा अन्य राष्ट्रपारीय अपराधों, जबरन वसूली की व्यवस्थाओं तथा पुलिस प्रशिक्षण में सहयोग को सुदृढ़ करना।
  • आतंकवाद, कट्टरवाद तथा सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने के लिए साइबर के उपयोग पर रोकथाम सहित साइबर सुरक्षा में सहयोग को बढ़ावा देना।
  • अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों तथा राष्ट्रीय सुरक्षा परिषदों के बीच वार्ता स्थापित करना। दोनों देशों से सुरक्षा के लिए अन्य उच्च स्तरीय प्रतिनिधियों के साथ मिलकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (NSA) की हर 6 महीने में बैठक होगी।
  • नौसना, वायुसेना, थलसेना एवं विशेष बलों के नियमित अभ्यास एवं प्रशिक्षण के माध्यम से रक्षा संबंधों एवं तटीय सुरक्षा को सुदृढ़ करना।
  • भारत ने फरवरी, 2016 में भारत में ‘अंतर्राष्ट्रीय बेड़ा सुरक्षा’ में भाग लेने के लिए संयुक्त अरब अमीरात के निर्णय का स्वागत किया।
    भारत में रक्षा उपकरणों के विनिर्माण में सहयोग करना।
  • वृहद दक्षिण एशिया, खाड़ी एवं पश्चिम एशिया में शांति, सामंजस्य, स्थिरता, समावेशी -पन तथा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए साथ मिलकर काम करना।
  • दोनों देशों के बीच व्यापार को और बढ़ावा देना तथा इस क्षेत्र में तथा इससे परे व्यापार के विस्तार के लिए अपने-अपने स्थानों एवं अवसंरचना का प्रयोग करना और अगले पांच वर्षों में व्यापार में 60 प्रतिशत वृद्धि के लक्ष्य को प्राप्त करना।
  • संयुक्त अरब अमीरात की उत्तरोत्तर परिष्कृत शैक्षिक संस्थाओं तथा भारत के विश्वविद्यालयों तथा उच्च अनुसंधान संस्थाओं के बीच सहयोग को सुदृढ़ करना।
  • नवीकरणीय ऊर्जा, संपोषणीय विकास, मरुस्थलीय कृषि, मरुस्थल पारिस्थितिकी तथा शहरी विकास तथा उन्नत स्वास्थ्य देख-रेख के क्षेत्रों सहित विभिन्न क्षेत्रों में वैज्ञानिक सहयोग को बढ़ावा देना।
  • अंतरिक्ष में सहयोग को बढ़ावा देना जिसमें उपग्रहों को संयुक्त विकास एवं प्रक्षेपण, जमीनी अवसंरचना तथा अंतरिक्ष का अनुप्रयोग शामिल है।
  • प्रधानमंत्री ने वर्ष 2021 में मंगल मिशन शुरू करने के लिए ‘अल बिन’ में पश्चिम एशिया के पहले अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र को स्थापित करने संबंधी संयुक्त अरब अमीरात की योजना का स्वागत किया है।
  • परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण प्रयोगों में सहयोग करना जिसमें सुरक्षा, स्वास्थ्य, कृषि तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में परमाणु ऊर्जा का प्रयोग शामिल है।
  • प्रधानमंत्री मोदी ने आबू धाबी में मंदिर निर्माण के लिए जमीन आवंटित करने के लिए महामहिम क्राउन प्रिंस के निर्णय के लिए उनका धन्यवाद किया।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://www.mea.gov.in/outoging-visit-detail.htm?25735/Transcript+of+Media+Briefing+by+Foreign+Secretary+in+Dubai+on+Prime+Ministers+ongoing+visit+to+United+Arab+Emirates+August+17+2015
http://www.mea.gov.in/outoging-visit-detail.htm?25688/Official+Visit+of+Prime+Minister+to+UAE
http://www.mea.gov.in/outoging-visit-detail.htm?25733/Joint+Statement+between+the+United+Arab+Emirates+and+the+Republic+of+India
http://www.mea.gov.in/outoging-visit-detail.htm?25734/Transcript+of+Media+Briefing+by+Official+Spokesperson+in+Abu+Dhabi+on+Prime+Ministers+ongoing+visit+to+United+Arab+Emirates+August+17+2015