प्रश्न-हाल ही में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2017-18 (ग्रीष्म) में भारत का दुग्ध उत्पादन कितने मिलियन टन रहा?
(a) 53.77 मिलियन टन
(b) 51.33 मिलियन टन
(c) 50.56 मिलियन टन
(d) 48.50 मिलियन टन
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
- 16 जनवरी, 2018 को ‘कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय’ द्वारा दुग्ध एवं अंडा उत्पादन के आंकड़े जारी किए गए।
- आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2016-17 के दौरान देश में दूध उत्पादन में वर्ष 2013-14 के मुकाबले 20.13 प्रतिशत की उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।
- वर्ष 2016-17 के दौरान दूध उत्पादन में वर्ष 2015-16 के मुकाबले 6.4 प्रतिशत की वृद्धि आंकी गई है।
- दूध उत्पादन की वृद्धि दर वर्ष 2014-15 में 6.3 प्रतिशत, वर्ष 2015-16 में 6.3 प्रतिशत और वर्ष 2016-17 में 6.4 प्रतिशत रही है।
- मौसमी अनुमान (दुग्ध)
- कुल दूध उत्पादन वर्ष 2016-17 (ग्रीष्म) के 51.33 मिलियन टन से बढ़कर वर्ष 2017-18 (ग्रीष्म) में 53.77 मिलियन टन के स्तर पर पहुंच गया है, जो 4.7 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्शाता है।
- यह वृद्धि दर वर्ष 2015-16 के मुकाबले वर्ष 2016-17 के दौरान दूध उत्पादन में दर्ज की गई 3.9 प्रतिशत वृद्धि के मुकाबले अधिक है।
- वर्ष 2017-18 के ग्रीष्म मौसम के दौरान भी दूध उत्पादन की वृद्धि दर निरंतर उच्च स्तर पर बनी रही है।
- वर्ष 2017-18 के ग्रीष्म मौसम (सीजन) के दौरान प्रथम पांच सर्वाधिक दूध उत्पादक राज्यों में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश शामिल हैं।
- वर्ष 2017-18 के ग्रीष्म सीजन के दौरान भी अंडा उत्पादन की वृद्धि दर निरंतर उच्च स्तर पर बरकरार रही है।
- देश में कुल अंडा उत्पादन वर्ष 2016-17 (ग्रीष्म) के 26.03 अरब बढ़कर वर्ष 2017-18 (ग्रीष्म) के दौरान 27.95 अरब के स्तर पर पहुंच गया जो 7.4% की वृद्धि दर्शाता है।
- यह आंकड़ा वर्ष 2015-16 के ग्रीष्म सीजन के मुकाबले वर्ष 2016-17 के ग्रीष्म सीजन के दौरान अंडा उत्पादन में दर्ज की गई 5.5 प्रतिशत की वृद्धि दर से अधिक है।
- अंडा उत्पादन में मुख्य योगदान लगभग 80.83 प्रतिशत के साथ वाणिज्यिक पोल्ट्री फार्मों का रहा है, जबकि शेष योगदान घरेलू बैकयार्ड में किए जाने वाले मुर्गी पालन का रहा है।
- वर्ष 2017-18 के ग्रीष्म सीजन के दौरान प्रथम पांच सर्वाधिक अंडा उत्पादक राज्यों में तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और हरियाणा शामिल हैं।
संबंधित लिंक
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=175649