प्रश्न-हाल ही केरल में पायी जाने वाली नयी प्रजाति की मकड़ि जिसका ‘हैब्रोस्ट्रस्ट लॉन्गिस्पिनम है। यह भारत के अलावा ओर कहां पायी जाती है।
(a) उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका
(b) वर्मा और थाइलैंड
(c) यूरेशिया और अफ्रीका
(d) ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
- हाल ही में केरल, एर्नाकुलम के इल्लिथोदु जंगलों में कूदने वाली मकड़ियों (Jumping Spiders)की एक नयी प्रजाति की खोज की गई।
- इन मकड़ियों पर किए गये विश्लेषण से पता चला कि ये ‘जीनस हैब्रोस्टेम’ प्रजाति की मकड़ियां हैं।
- जब इनकी तुलना यूरोपीय हैब्रोस्टेम प्रजाति की मकड़ियों से की गई तो पता चला कि ये अलग प्रजाति की मकड़ियां हैं क्योंकि इनके पास अलग-अलग प्रजनन अंग हैं। जबकि यूरोपीय हेब्रोस्टिम प्रजाति की मकड़ियों में एक ही प्रजनन अंग है।
- इन मकड़ियों के पहले दोनों पैर के नीचे एक लंबी रीढ़ होती हैं। जिसके कारण इसका नाम ‘हैब्रोस्ट्रस्ट लॉन्गिस्पिनम’ रखा गया। यह जंगलों में जमीन पर रहने वाली मकड़ियां हैं।
- इसे कोच्चि के सेक्रेड हार्ट कालेज और थेवरा के कृषिविदों की टीम द्वारा देखा गया।
- सेक्रेड कालेज के सहायक प्रोफेसर जोसेफ ने कहा कि इस मकड़ी की खोज से महाद्वीपयी बहाव सिद्धांत को समर्थन मिलता है। जो बताता है कि दुनिया के महाद्वीप पहले एक बड़े भू-भाग थे।
लेखक-अभिषेक सिंह
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