प्रश्न-भारत-रूस ने ‘अकुला श्रेणी पनडुब्बी’ हेतु समझौता हस्ताक्षरित किया है।
(a) तीन अरब डॉलर में
(b) दो अरब डॉलर में
(c) एक अरब डॉलर में
(d) डेढ़ अरब डॉलर में
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
- 7 मार्च, 2019 को भारत ने रूस के साथ ‘अकुला श्रेणी पनडुब्बी’ हेतु एक समझौता हस्ताक्षरित किया।
- इस समझौते की राशि 3.3 अरब अमेरिकी डॉलर है।
- समझौते के अनुसार रूस ‘अकुला श्रेणी’ की पनडुब्बी भारतीय नौसेना को वर्ष 2025 में देगा।
- भारत में यह ‘चक्र तृतीय’ के नाम से जानी जाएगी।
- ‘अकुला श्रेणी’ की यह पनडुब्बी परमाणु चलित हमलावर पनडुब्बी है।
- भारत को यह पनडुब्बी 10 वर्षों हेतु पट्टे (lease) पर हासिल होगी।
- ध्यातव्य है कि रूस से भारत को पट्टे (lease) पर मिलने वाली यह तीसरी पनडुब्बी होगी।
- आईएनएस चक्र
- भारत ने ‘चक्र’ शृंखला के तहत पहली परमाणु शक्ति चालित पनडुब्बी को रूस से वर्ष 1988 में हासिल किया था। जिसे तीन साल के पट्टे पर लिया गया था।
- दूसरी आईएनएस चक्र पनडुब्बी 2012 में दस साल के लिए रूस से ली गई थी।
- चक्र द्वितीय का पट्टा 2022 में खत्म होगा, जिसके (पट्टे के) नवीनीकरण हेतु भारत सरकार विचाररत् है।
- आवश्यकता
- हालिया सौदा हिंद महासागर में चीन की बढ़ती ताकत के दृष्टिगत काफी महत्वपूर्ण है।
- साथ ही भारत-रूस रक्षा संबंधों को जीवंत बनाए रखने हेतु भी यह सौदा बहुत महत्वपूर्ण है।
- ध्यातव्य है कि ‘चक्र तीन’ हेतु रक्षा सौदा भारत और रूस के ‘एके-203’ राइफलों के संयुक्त उत्पादन की इकाई का अमेठी में उद्घाटन के ठीक बाद हुआ है।
- इससे पूर्व अक्टूबर, 2018 में दोनों देशों के बीच S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की खरीद का सौदा हुआ था।
संबंधित लिंक भी देखें…