प्रश्न-29 जुलाई, 2019 को ओडिशा के रसगुल्ले को किस अधिनियम के तहत भौगोलिक संकेतक (GI) टैग प्रदान किया गया?
(a) वस्तु भौगोलिक संकेतक (रजिस्ट्रीकरण तथा संरक्षण) अधिनियम, 1960
(b) वस्तु भौगोलिक संकेतक (रजिस्ट्रीकरण तथा संरक्षण) अधिनियम, 1972
(c) वस्तु भौगोलिक संकेतक (रजिस्ट्रीकरण तथा संरक्षण) अधिनियम, 1999
(d) वस्तु भौगोलिक संकेतक (रजिस्ट्रीकरण तथा संरक्षण) अधिनियम, 2001
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
(a) वस्तु भौगोलिक संकेतक (रजिस्ट्रीकरण तथा संरक्षण) अधिनियम, 1960
(b) वस्तु भौगोलिक संकेतक (रजिस्ट्रीकरण तथा संरक्षण) अधिनियम, 1972
(c) वस्तु भौगोलिक संकेतक (रजिस्ट्रीकरण तथा संरक्षण) अधिनियम, 1999
(d) वस्तु भौगोलिक संकेतक (रजिस्ट्रीकरण तथा संरक्षण) अधिनियम, 2001
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
- 29 जुलाई, 2019 को ओडिशा के रसगुल्ला (Rasagola) को भौगोलिक संकेतक (GI-Geographical Indication) टैग प्रदान किया गया।
- चेन्नई स्थित भौगोलिक संकेतक (GI) रजिस्ट्रार ने ‘ओडिशा रसगुल्ला’ के लिए औपचारिक रूप से प्रमाण-पत्र जारी किया।
- ओडिशा रसगुल्ला को वस्तु भौगोलिक संकेतक (रजिस्ट्रीकरण तथा संरक्षण) अधिनियम, 1999 के तहत भारत के भौगोलिक संकेतक की सूची में शामिल किया गया है।
- वर्ष 2018 में ओडिशा लघु उद्योग निगम लिमिटेड (OSIC) ने उत्कल मिष्ठान व्यावसायी समिति के साथ मिलकर ओडिशा रसगुल्ले को भौगोलिक संकेतक (GI) टैग देने हेतु आवेदन किया था।
- पश्चिम बंगाल को नवंबर, 2017 में रसगुल्ला की विविधता के लिए भौगोलिक संकेतक (GI) टैग प्रदान किया गया था।
- ओडिशा और पश्चिम बंगाल दोनों में रसगुल्ला की उत्पत्ति के संबंध में काफी समय से विवाद रहा है।
- ऐतिहासिक अभिलेखों के अनुसार, रसगुल्ला पहली बार 12वीं शताब्दी में पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ के मंदिर में चढ़ाया गया था।
- 15वीं सदी के अंत में बलराम दास द्वारा लिखित ओड़िया (उड़िया) रामायण में भी रसगुल्ले का उल्लेख है।
- अभी तक ओडिशा राज्य को रसगुल्ला सहित 16 भौगोलिक संकेतक (GI) टैग प्राप्त हो चुके हैं।
लेखक-विजय प्रताप सिंह
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