सौरमंडल के बाहर पहला उपग्रह

Suspected first exomoon comes into tantalizing focus

प्रश्न-हाल ही में अनुसंधानकर्ताओं ने सौरमंडल के बाहर किसी ग्रह के पहले उपग्रह की खोज की है? ये अनुसंधानकर्ता किस विश्वविद्यालय से संबद्ध हैं?
(a) कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय
(b) कोलंबिया विश्वविद्यालय
(c) कार्डिफ विश्वविद्यालय
(d) यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ ऑस्ट्रेलिया
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 3 अक्टूबर, 2018 को ‘साइंस एडवांसेज’ (Science Advances) नामक जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, अनुसंधानकर्ताओं ने सौरमंडल के बाहर किसी ग्रह के पहले उपग्रह (चंद्रमा) की खोज करने में सफलता प्राप्त की है।
  • इस उपग्रह की खोज नासा की हबल एवं केप्लर अंतरिक्ष दूरबीनों की मदद से की गयी है।
  • नव अन्वेसित उपग्रह पृथ्वी से 8,000 प्रकाश-वर्ष की दूरी पर ‘सिग्नस तारामंडल’ (Cygnus Constallation) में स्थित है और एक विशाल गैसीय ग्रह की परिक्रमा कर रहा है।




  • यह गैसीय ग्रह भी ‘केप्लर-1625’ नामक तारे का चक्कर लगा रहा है।
  • नव अन्वेसित उपग्रह, सौरमंडल के सबसे बड़े उपग्रह अर्थात बृहस्पति (Jupiter) के उपग्रह गैनिमीड (Ganymede) से भी काफी बड़ा है।
  • इस नव अन्वेसित उपग्रह का आकार सौरमंडल के नेप्च्यून ग्रह के आकार के लगभग समान है।
  • उल्लेखनीय है कि सौरमंडल के बाहर स्थित उपग्रहों (exomoons) का प्रत्यक्ष रूप से पता लगाना आसान नहीं होता उनकी मौजूदगी का तभी पता चलता है जब वे किसी तारे के सामने से होकर गुजरते हैं।
  • किसी ग्रह या उपग्रह के किसी तारे के सामने से गुजरने के दौरान तारे की चमक में कमी आती है और इस प्रकार विभिन्न ग्रहों/उपग्रहों की खोज संभव हो पाती है।
  • ज्ञातव्य है कि न्यूयॉर्क स्थित कोलंबिया विश्वविद्यालय के खगोलविदों के अनुसंधान के फलस्वरूप ही सौरमंडल के बाहर यह पहला उपग्रह खोजा जा सका है।

संबंधित लिंक
https://www.nature.com/articles/d41586-018-06918-9
https://svs.gsfc.nasa.gov/13087