सुप्रीम कोर्ट ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग पर अपना फैसला सुनाया

प्रश्न- मुद्गल समिति द्वारा जांच की गयी है-
(a) चारा घोटाले की
(b) कोयला घोटाले
(c) 2G, स्पेक्ट्रम घोटाले की।
(d) IPL स्पॉट फिक्सिंग मामले की
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य

  • सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार, 22 जनवरी, 2015 को दिये गये अपने फैसले में बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन को बोर्ड के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित कर दिया।
  • इस अवसर पर सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में यह भी स्पष्ट कर दिया है कि बीसीसीआई अब एक सार्वजनिक संस्थान है, स्वायत्त नहीं।
  • सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बीसीसीआई की स्थिति स्पष्ट हो जाने से अब कोई भी सामान्य क्रिकेट प्रेमी, अनुच्छेद-226 के तहत इसके खिलाफ पीआईएल (PIL) दायर कर सकता है।
  • ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2013 में जस्टिस मुकुल मुद्गल को आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले की जांच का कार्य सौंपा था और मुद्गल समिति द्वारा एन. श्रीनिवासन की इस मामले में भूमिका पर सवाल उठाये गये थे।
  • मुद्गल जांच समितिकी रिपोर्ट में गुरुनाथ मयप्पन को सट्टेबाजी का दोषी पाया गया था जो कि आईसीसी चीफ एन. श्रीनिवासन के दामाद हैं।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://supremecourtofindia.nic.in/FileServer/2015-01-22_1421928541.pdf
http://www.thehindu.com/system/topicRoot/IPL_spot-fixing_scam/