लिगो-भारत वृहत विज्ञान प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी

Cabinet grants ‘in-principle’ approval to the LIGO-India mega science proposal

प्रश्न-हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने किस पर अनुसंधान के लिए लिगो भारत वृहत विज्ञान प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की?
(a) सूर्य विकिरणों पर
(b) गुरुत्वाकर्षण तरंगों पर
(c) भू-गर्भ तरंगों पर
(d) ज्वारीय तंरगों पर
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 17 फरवरी, 2016 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुत्वाकर्षण तरंगों पर अनुसंधान के लिए ‘लिगो-भारत वृहत विज्ञान प्रस्ताव’ को सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की।
  • इसे परमाणु ऊर्जा तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा लिगो-भारत परियोजना (LIGO: Laser Interfrometer Gravitational-wave Observatory in india) के नाम से शुरू किया गया है।
  • उल्लेखनीय है कि यह मंजूरी उस समय दी गई है, जब हाल ही में गुरुत्वाकर्षण तरंगों की ऐतिहासिक खोज की गई है, जिससे ब्रहांड के गूढ़ रहस्यों को सुलझाने में मदद मिलेगी।
  • भारत में गुरुत्वाकर्षण तरंगों की वेधशाला, लिगो-भारत परियोजना’ अमेरिका में लिगो प्रयोगशाला चलाने वाली केल्टेक (Caltech) और एमआईटी (MIT) के सहयोग से स्थापित की जाएगी।
  • इस परियोजना से वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को गुरुत्वाकर्षण तरंगों की गहराई में जाकर अध्ययन करने और नये खगोलीय क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व करने का अवसर मिलेगा।
  • इस परियोजना के तहत समतल भू-भाग में अल्ट्रा हाई वैक्यूम पर 8 किलोमीटर लम्बे बीम ट्यूब का निर्माण किया जाएगा।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://pib.nic.in/newsite/hindirelease.aspx?relid=46063