रोसेटा का लैंडर ‘फिले’ सफलतापूर्वक धूमकेतु पर उतरा

प्रश्न-निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
1. यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा संचालित मिशन में रोसेटा किसी धूमकेतु की कक्षा में पहुंचने वाला पहला अंतरिक्षयान बना।
2. रोसेटा 2 मार्च, 2004 को प्रक्षेपित किया गया था।
3. रोसेटा अंतरिक्ष यान का फिले नामक शोध यान 19 नवंबर, 2014 को धूमकेतु की सतह पर सफलतापूर्वक उतरा।
उपरोक्त कथनों में कौन-सा/से कथन सही हैं/है?

(a) 1 और 2 (b) 1, 2 और 3
(c) 2 और 3 (d) 1 और 3
उत्तर-(a)

संबंधित तथ्य

  • 12 नवंबर, 2014 को यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) का ‘रोसेटा’ अंतरिक्षयान का लैंडर माड्यूल फिले (Philae) 67पी/चुरयुमोव-गेरासिमोंको (67P/Churyumov-Gerasimonko) नामक धूमकेतु की सतह पर सफलता पूर्वक उतरा।
  • फिले लैंडर के लैंडिंग साइट को अगिलकिया (Agilkia) नाम दिया गया।
  • उल्लेखनीय है रोसेटा अंतरिक्षयान किसी धूमकेतु की कक्षा में पहुंचने वाला दुनिया का पहला अंतरिक्षयान बना।
  • रोसेटा अंतरिक्षयान के धूमकेतु पर पहुंचने से धूमकेतु पर मौजूद बर्फ और मिट्टी के बारे में जानने में मदद मिलेगी।
  • ज्ञातव्य हो कि यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने ‘67P/ चुरयुमोव-गेरासिमोंको’ नामक धूमकेतु के विस्तृत अध्ययन हेतु रोसेटा अंतरिक्ष यान को 2 मार्च, 2004 को एरियन 5G +V-158 रॉकेट द्वारा फ्रेंच गुयाना के कौरू स्थित प्रक्षेपण केंद्र से प्रक्षेपित किया गया था।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://www.esa.int/Our_Activities/Space_Science/Rosetta
http://www.esa.int/Our_Activities/Space_Science/Rosetta/Touchdown!_Rosetta_s_Philae_probe_lands_on_comet
http://www.space.com/27697-rosetta-comet-landing-full-coverage.html