मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2020-21

Monetary Policy Statement, 2020-21

प्रश्न-6 अगस्त, 2020 को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में मौद्रिक नीति समिति ने मौद्रिक नीति वक्तव्य, 2020-21 जारी किया। इससे संबंधित निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
(i) आरबीआई ने रेपो दर को तत्काल प्रभाव से 25 आधार अंक कम करके 4 प्रतिशत से 3.75 प्रतिशत किया।
(ii) आरबीआई ने रेपो दर को अपरिवर्तित रखते हुए उसे 4 प्रतिशत पर बरकरार रखा।
(iii) रिवर्स रेपो रेट 3.35 प्रतिशत है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल (i) एवं (iii)
(b) केवल (ii) एवं (iii)
(c) केवल (i)
(d) केवल (ii)
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 6 अगस्त, 2020 को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में मौद्रिक नीति समिति ने मौद्रिक नीति वक्तव्य (Monetary Policy Statement), 2020-21 जारी किया।
  • आरबीआई ने इसमें नीति दरों, आरक्षित नगदी अनुपात, निवल मांग एवं मियादी देयताओं को अपरिवर्तित रखा।
  • इस मौद्रिक नीति में चलनिधि समायोजन सुविधा (LAF) के अंतर्गत रेपो दर में कोई परिवर्तन नहीं किया गया तथा इसे 4 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है।
  • गौरतलब है कि 22 मई, 2020 को आरबीआई ने अपने मौद्रिक नीति वक्तव्य में चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रेपो दर को 40 आधार अंक कम करके 4.40 प्रतिशत से 4 प्रतिशत किया था।
  • चलनिधि समायोजन सुविधा के अंतर्गत रिवर्स रेपो रेट 3.35 प्रतिशत तथा सीमांत स्थायी सुविधा दर (MSF) तथा बैंक दर 4.25 प्रतिशत है।
  • अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के नकद आरक्षित अनुपात (CRR) को अपरिवर्तित रखते हुए इसे निवल मांग और मियादी देयताओं के 3 प्रतिशत पर यथावत रखा गया है।
  • अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के सांविधिक चलनिधि अनुपात (SLR) 18 प्रतिशत है।
  • इसके अनुसार, इस वर्ष जून में वार्षिक महंगाई दर मार्च के 5.8 प्रतिशत के मुकाबले 6.1 प्रतिशत हो गई है।
  • वित्त वर्ष 2020-21 में GDP ग्रोथ निगेटिव रहने का अनुमान है।
  • आरबीआई ने ईएमआई पर छूट पर कोई घोषणा नहीं की।
  • इसका मतलब लोन पर ईएमआई पर छूट इस महीने बाद नहीं मिलेगी।
  • इसकी अवधि 31 अगस्त, 2020 को समाप्त हो रही है।
  • गोल्ड ज्वैलरी पर अब बैंक 90 प्रतिशत तक लोन दे सकेंगे।
  • आरबीआई ने कोविड-19 के प्रभाव से राहत देने के लिए कंपनियों, व्यक्तिगत कर्जदारों के ऋणों का पुनर्गठन करने के लिए कर्जदाताओं को सुविधा उपलब्ध कराने की अनुमति दी।

लेखक-विवेक कुमार त्रिपाठी

संबंधित लिंक भी देखें…

https://www.rbi.org.in/Scripts/BS_PressReleaseDisplay.aspx?prid=50175