प्रश्न-अप्रैल‚ 2021 में भारतीय रेलवे द्वारा विकसित किए गये स्टेशन पुनर्विकास परियोजनाओं हेतु फार्म आधारित कोड के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-
(1) स्टेशन पुनर्विकास परियोजनाओं हेतु फार्म आधारित कोड का विकास आईआरएसडीसी द्वारा किया जाएगा।
(2) आईआरएसडीसी द्वारा तैयार किए गये इन कोडों से रेलवे स्टेशनों के विकास का व्यवस्थित और वैज्ञानिक मानकीकरण किया जाएगा।
(3) इस कदम का उद्देश्य रेलवे भूमि या रेलवे स्टेशन क्षेत्रों को रेलोपोलिस में बदलना है‚ जो टीओडी के सिद्धांतों पर आधारित है।
(4) ये स्टेशन पुनर्विकास के पश्चात यात्रियों को विश्वस्तरीय अत्याधुनिक सुविधाओं को उपलब्ध कराएंगे।
उपर्युक्त दिए गए कथनों पर विचार करते हुए सत्य कथन का चुनाव करें-
(a) 1 एवं 2
(b) 1, 2 एवं 3
(c) 2, 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3 एवं 4
उत्तर—(d)
संबंधित तथ्य
- अप्रैल‚ 2021 में भारतीय रेलवे ने देशभर में पुनर्विकास स्टेशनों की परियोजना के हिस्से के रूप में भारतीय रेलवे की नोडल एजेंसी ने रेलवे भूमि के वाणिज्यिक विकास के लिए अपनी तरह का पहला ‘फार्म आधारित कोड’ विकसित किया है।
- ध्यातव्य है कि आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी गाइडबुक के अनुसार भारतीय रेलवे स्टेशन विकास निगम (Indian Railways Station Development Corporation) ने ‘फार्म आधारित कोड’ को अपनाया है।
- आईआरएसडीसी द्वारा तैयार किए गये इन कोडों से रेलवे स्टेशनों के विकास का व्यवस्थित और वैज्ञानिक मानकीकरण होगा‚ जिसमें रेलवे की जमीन पर वाणिज्यिक विकास भी शामिल है।
- इस कदम का उद्देश्य रेलवे भूमि या रेलवे भूमि या रेलवे स्टेशन क्षेत्रों को रेलोपोलिस (RailoPolis) में बदलना है‚ जो पारगमन-उन्मुख विकास (Transit-Oriented development) या टीओडी के सिद्धांतों पर आधारित है।
- भारतीय रेलवे स्टेशन विकास निगम लिमिटेड (आईआरएसडीसी RLPA, RITES और IRCON की संयुक्त उद्यम कंपनी है।
- ये स्टेशन पुनर्विकास के बाद यात्रियों को विश्वस्तरीय अत्याधुनिक सुविधाएं के उपलब्ध कराएंगे।
- ध्यातव्य है कि रेलोपोलिस मिश्रित उपयोग के विकास (Mixed Use development) के साथ एक मिनी स्मार्ट शहर है‚ जहां लोग निवास करने के लिए साथ-साथ काम कर सकते हैं तथा खेल सकते हैं।
- ये क्षेत्र भारत निवेश और व्यापार के विभिन्न अवसरों को आकर्षित करते हैं।
- फार्म आधारित कोड दृष्टिकोण आईआरएसडीसी द्वारा तैयार किए गये कोड‚ मानदंडों तथा दिशा-निर्देशों का एक व्यापक सेट है‚ जो स्टेशन आधारित पुनर्विकास की योजना बनाने तथा रेलवे भूमि के वाणिज्यिक विकास को विनियमित करेगा।
- एक आधिकारिक बयान में बताया गया है कि ड्रॉफ्ट कोड का परीक्षण नागपुर‚ चंडीगढ़‚ अमृतसर‚ ग्वालियर‚ बिजवासन तथा आनंद विहार आदि में चल रहे स्टेशन पुनर्विकास परियोजनाओं में किया जा रहा है।
- आईआरएसडीसी के अनुसार‚ कोड या हैंडबुक/गाइडबुक का संकलन 6 भागों में किया गया है‚ जैसे-स्टेशन योजना के लिए हैंडबुक‚ रेलवे और स्टेशन पुनर्विकास के लिए राष्ट्रीय पारगमन-उन्मुख विकास नीति के संचालन के लिए गाइड बुक‚ वाणिज्यिक विकास के लिए फार्म आधारित कोड रेलवे भूमि।
- इसके अतिरिक्त वाणिज्यिक संपत्ति के वास्तुशिल्प डिजाइन के लिए कोड‚ रेलवे भूमि पर वाणिज्यिक विकास के लिए ग्रीन बिल्डिंग कोड तथा रेलवे विरासत संपत्ति के लिए कोड को भी इसमें सम्मिलित किया गया है।
लेखक-आलोक पांडेय
संबंधित लिंक भी देखें…