बहुआयामी गरीबी सूचकांक, 2019

Multidimensional Poverty Index, 2019
प्रश्न-11 जुलाई, 2019 को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) तथा ऑक्सफोर्ड गरीबी एवं मानव विकास पहल (OPHI) द्वारा जारी ‘वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक, 2019 के अनुसार, ीाातर में गरीबी में कमी के मामले में सर्वाधिक सुधार किस राज्य में हुआ?
(a) बिहार
(b) उत्तराखंड
(c) मध्य प्रदेश
(d) झारखंड
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य
  • 11 जुलाई, 2019 को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) तथा ऑक्सफोर्ड गरीबी एवं मानव विकास पहल (OPHI: Oxford Poverty & Human Development Initiative) द्वारा ‘वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक (Global Multi dimensional Poverty Index), 2019 जारी किया गया।
  • वर्ष 2019 का यह सूचकांक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व के 101 देशों में गरीबी की स्थिति का मापन करता है।
  • इस रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में विश्व के 101 देशों में 1.3 बिलियन (23.1 प्रतिशत) लोग बहुआयामी गरीबी की स्थिति में हैं।
  • इन 101 देशों में 31 न्यूनतम आय, 68 मध्यम आय और 2 उच्च आय वाले देश हैं।
  • इसके अनुसार, मध्यम आय वाले देशों में दो-तिहाई (2/3) (886 मिलियन लोग) बहुआयामी गरीब लोग रहते हैं।
  • कुल मिलाकर, 10 देशों ने सतत विकास लक्ष्य (SDG) 1 प्राप्त करने में उल्लेखनीय प्रगति की है।
  • ये 10 देश हैं-बांग्लादेश कंबोडिया, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, इथियोपिया, हैती, भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, पेरू और वियतनाम।
  • एसडीजी 1 से आशय गरीबी को सभी रूपों में हर जगह समाप्त करना है।
  • रिपोर्ट के अनुसार, सबसे अधिक प्रगति दक्षिण एशिया में देखी गई।
  • इन 10 देशों में ग्रामीण क्षेत्र शहरी क्षेत्रों में की तुलना में गरीब हैं।
  • उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में गरीबी में कमी को देखने के लिए संयुक्त रूप से लगभग 2 बिलियन आबादी के साथ इन 10 देशों को चिह्नित किया गया।
  • इन 10 चुने गए देशों में भारत, कंबोडिया और बांग्लादेश में एमपीआई (MPI) मूल्य में सबसे तेजी से कमी आयी।
  • भारत में वर्ष 2005-06 से वर्ष 2015-16 के बीच 271 मिलियन लोग गरीबी से बाहर निकले।
  • भारत में गरीबी में कमी के मामलों में सर्वाधिक सुधार झारखंड राज्य में हुआ।
  • झारखंड ऐसा राज्य है, जहां वर्ष 2005-06 से लेकर वर्ष 2015-16 तक गरीबी 74.9 प्रतिशत से कम होकर 46.5 प्रतिशत रह गई है।
  • दस संकेतकों-पोषण, स्वच्छता, बच्चों की स्कूली शिक्षा, बिजली, स्कूल में उपस्थिति, आवास, खाना पकाने का ईंधन और संपत्ति आदि के मामले में भारत के अलावा इथियोपिया और पेरू में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किए गए।

लेखक-विवेक कुमार त्रिपाठी

संबंधित लिंक भी देखें…

http://hdr.undp.org/en/2019-MPI