प्रथम हरित रेलगाड़ी गलियारा

Railway Minister inaugurates India's first Green Train Corridor between 'Rameswaram-Manamadurai'

प्रश्न-अभी हाल ही में रेलमंत्री सुरेश प्रभु द्वारा प्रथम हरित रेलगाड़ी गलियारा का उदघाटन किया गया। प्रथम हरित रेलगाड़ी गलियारे का विकास तमिलनाडु में किस रेल मार्ग पर किया जायेगा?
(a) रामेश्वरम-मानामदुरै
(b)रामेश्वरम-त्रिचि
(c) रामेश्वरम-कोयम्बटूर
(d)रामेश्वर-सलेम
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • 24 जुलाई, 2016 को रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने तमिलनाडु में मानव अपशिष्ट निर्वहन मुक्त रामेश्वरम-मानामदुरै प्रथम हरित रेलगाड़ी गलियारा का उद्घाटन किया।
  • रेल मंत्रालय द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के तहत अपने सभी रेलडिब्बों में मानव अपशिष्ट निर्वहन मुक्त जैव शौचालय उपलब्ध कराने का कार्य प्रारंभ किया गया है, और इस कार्य को सितंबर, 2019 तक पूरा कर लिया जायेगा।
  • सभी रेल डिब्बों में जैव शौचालयों के प्रावधान से रेलगाड़ियों से जमीन पर मानव अपशिष्ट निर्वहन पूरी तरह बंद हो जाएगा, जिससे सफाई एवं स्वच्छता को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
  • रेल मंत्रालय ने पहले ही 30 जून, 2016 तक अपने डिब्बों में 40,750 जैव शौचालयों का प्रावधान कर दिया है और चालू वित्त वर्ष के दौरान भारतीय रेल की अतरिक्त 30,000 जैव शौचालय लगाने की योजना है।
  • रामेश्वरम-मानामदुरै (114 किमी.) के बाद ओखला-कनालास जंक्शन (141 कि.मी.), पोरबंदर-वंशजलिया (34 कि.मी.) एवं जम्मू-कटरा (78 कि.मी.) खंडों को भी रेलगाड़ियों से मानव अपशिष्ट निर्वहन मुक्त बनाने का कार्य शुरू किया जाएगा। इसके लिए लगभग 1110 डिब्बों से निर्मित करीब 35 रेलगाड़ियों में जैव शौचालयों का प्रावधान किया जाएगा।
  • इन खंडों और स्टेशनों का चयन इसलिए किया गया है क्योंकि इन खंडों और स्टेशनों से चलने वाली और यात्रा समाप्त होने वाली रेलगाड़ियों की संख्या कम है, जिससे मानव अपशिष्ट निर्वहन मुक्त बनाने का काम सरलतापूर्वक और शीघ्रता पूर्वक हो सकता है।
  • भारतीय रेल ने यात्रियों को स्वच्छ वातावरण प्रदान करने तथा स्टेशन परिसरों/पटरियों को स्वच्छ बनाए रखने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए अपने यात्री डिब्बों में पर्यावरण अनूकूल जैव शौचालयों का विकास किया है।
  • इस प्रौद्योगिकी का विकास भारतीय रेल (आईआर) और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने संयुक्त रूप से एक एमओयू के द्वारा रेलयात्री डिब्बों के लिए किया है।
  • यह पर्यावरण अनूकूल, किफायती एवं मजबूत प्रौद्योगिकी विश्व में रेल प्रणालियों में अपनी तरह की प्रथम प्रौद्योगिकी है।
  • जैव शौचालय लगे डिब्बों में मानव अपशिष्ट का संग्रहण शौचालयों नीचे लगे टैंकों में किया जाता है तथा इसे बैक्टीरिया के एक कंसोर्टियम द्वारा डी-कंपोज किया जाता है।

संबंधित लिंक भी देखें…

http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=147581
http://www.thehindu.com/news/national/tamil-nadu/indias-first-green-corridor-inaugurated/article8895647.ece
http://www.thehindu.com/news/cities/Kochi/water-metro-project-to-be-completed-in-four-years/article8893272.ece