न्यूमोकोकल पॉलीसैकराइड कंजुगेट टीका

प्रश्न-14 जुलाई, 2020 को भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने पहली बार पूर्णतः स्वदेशी विकसित न्यूमोकोकल पॉलीसैकराइड कंजुगेट टीके को बाजार में बेचने हेतु मंजूरी प्रदान की। यह टीका किस रोग के उपचार से संबंधित है?
(a) चेचक
(b) तपेदिक
(c) निमोनिया
(d) पीलिया
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य

  • 14 जुलाई, 2020 को भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने पहली बार पूर्णतः स्वदेशी तकनीक से विकसित न्यूमोकोकल पॉलीसैकराइड कंजुगेट टीके को बाजार में बेचने हेतु मंजूरी प्रदान की।
  • इस टीके को मेसर्स सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, पुणे द्वारा विकसित किया गया है।
  • इस संस्थान ने देश में सबसे पहले न्यूमोकोकल पॉलीसैकराइड कंजुगेट टीके  के चरण I, II और III के नैदानिक परीक्षणों हेतु डीसीजीआई से अनुमति प्राप्त की थी।
  • इस टीके का नैदानिक परीक्षण गांबिया में भी किया गया है।
  • निमोनिया के उपचार के लिए स्वदेशी तकनीक से विकसित यह अपने किस्म का पहला टीका है।
  • इससे पूर्व देश में इस प्रकार के टीकों का आयात किया जाता था।
  • यह टीका शिशुओं में ‘स्ट्रेप्टोकोकस निमोनिया’ के कारण होने वाले रोग और निमोनिया के खिलाफ सक्रिय टीकारण अभियान हेतु उपयोग किया जाता है।

लेखक-विजय प्रताप सिंह

संबंधित लिंक भी देखें…

https://www.news18.com/news/india/indias-first-fully-indigenously-developed-vaccine-against-pneumonia-gets-dcgi-approval-2717737.html

https://www.firstpost.com/health/indias-first-indigenous-pneumonia-vaccine-developed-by-serum-institute-get-dcgi-nod-for-market-8606611.html