प्रश्न-18 सितंबर, 2019 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने गोरखपुर के धुरियापार चीनी मिल के परिसर में बायोफ्यूल प्लांट का शिलान्यास किया। इस प्लॉट के संबंध में विकल्प में कौन-सा तथ्य सही नहीं है?
(a) इस बायोफ्यूल प्लांट की निर्माण लागत राशि 1200 करोड़ रुपये होगी।
(b) यह परियोजना दो चरणों में पूरी होगी।
(c) पहले चरण में कॉम्प्रेस्ड बायो गैस संयंत्र की स्थापना लगभग 250 करोड़ रुपये की लागत राशि से की जाएगी।
(d) दूसरे चरण में 2जी एथेनॉल संयंत्र की स्थापना की जाएगी, जिसकी स्थापना लागत राशि लगभग 900 करोड़ रुपये होगी।
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
(a) इस बायोफ्यूल प्लांट की निर्माण लागत राशि 1200 करोड़ रुपये होगी।
(b) यह परियोजना दो चरणों में पूरी होगी।
(c) पहले चरण में कॉम्प्रेस्ड बायो गैस संयंत्र की स्थापना लगभग 250 करोड़ रुपये की लागत राशि से की जाएगी।
(d) दूसरे चरण में 2जी एथेनॉल संयंत्र की स्थापना की जाएगी, जिसकी स्थापना लागत राशि लगभग 900 करोड़ रुपये होगी।
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
- 18 सितंबर, 2019 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने गोरखपुर में बायोफ्यूल प्लॉट का शिलान्यास किया।
- यह प्लांट धुरियापार चीनी मिल के परिसर में स्थापित किया जा रहा है।
- इस बायोफ्यूल प्लांट की निर्माण लागत राशि 1200 करोड़ रुपये होगी।
- यह परियोजना दो चरणों में पूरी होगी।
- पहले चरण में कॉम्प्रेस्ड बायो गैस संयंत्र की स्थापना की जाएगी, जिसकी स्थापना लागत राशि लगभग 150 करोड़ रुपये होगी।
- इस संयंत्र में प्रतिदिन 200 टन भूसे के साथ मवेशियों का गोबर, गन्ने का अपशिष्ट लेकर ईंधन का निर्माण किया जाएगा।
- दूसरे चरण में 2जी एथेनॉल संयंत्र की स्थापना की जाएगी।
- इस संयंत्र की स्थापना लागत राशि लगभग 900 करोड़ रुपये होगी।
- इस संयंत्र की क्षमता 100 के.एल. प्रतिदिन होगी।
- इस अवसर पर उन्होंने बी.पी.सी.एल बॉटलिंग प्लांट बैतालपुर, गेल की गोरखपुर-वाराणसी गैस पाइप लाइन एवं टोरेंट गैस की सी.जी.डी. प्रोजेक्ट सहित 43.20 करोड़ रुपये की लागत की 11 सड़क परियोजनाओं का भी लोकार्पण भी किया।
- मुख्यमंत्री एवं पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री ने गोरखपुर में 7000 करोड़ रुपये की लागत राशि से निर्मित किए जा रहे हिन्दुस्तान उवर्रक रसायन लिमिटेड के कारखाने का निरीक्षण किया।
- यह उर्वरक कारखाना नवंबर, 2020 तक बनकर तैयार होगा तथा फरवरी, 2021 से इसमें उत्पादन प्रारंभ हो जाएगा।
लेखक-विजय प्रताप
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