प्रश्न-अमेरिकी राष्ट्रपति की भारत यात्रा से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
(i) बराक ओबामा भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति हैं।
(ii) राष्ट्रपति भवन में आयोजित स्वागत समारोह में बराक ओबामा ने नेहा बुच के नेतृत्व में सम्मान गारद का निरीक्षण किया।
(iii) अमेरिकी राष्ट्रपति की इस त्रिदिवसीय यात्रा के दौरान तीन भारतीय शहरों को स्मार्ट शहर बनाने से संबंधित एक समझौता ज्ञापन (Mou) पर हस्ताक्षर किया गया।
(iv) इसी यात्रा के दौरान एक 60 बिन्दुओं वाला ‘साझा प्रयास, सबका विकास’’ शीर्षक से एक संयुक्त वक्तव्य जारी किया गया।
उपर्युक्त कथन/कथनों पर विचार कीजिए और नीचे दिए गए कूटों में से सही उत्तर चुनिएः
(a) केवल (i) सही है। (b) केवल (i) व (ii) सही हैं।
(c) केवल (i) व (iii) सही हैं। (d) सभी कथन सही हैं।
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
- अमेरिका यात्रा की सफलता से उत्साहित होकर प्रधानमंत्री मोदी ने विश्व के सबसे शक्तिशाली लोकतंत्र संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के राष्ट्रपति बराक ओबामा को विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के 66वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए 21 नवंबर, 2014 को न्यौता भेजा, जिसे उसी दिन अमेरिकी राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया और इस राष्ट्रीय पर्व का मुख्य अतिथि बनने के लिए तैयार हो गये।
- उल्लेखनीय है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले वर्ष 2014 में 26 से 30 सितंबर के दौरान अमेरिका की यात्रा पर रहे।
- इसी निमंत्रण के क्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अपने कार्यकाल के दौरान दूसरी बार 25 जनवरी, 2015 को भारत पहुंचे। इससे पूर्व वह वर्ष 2010 में भारत आये थे।
- अमेरिकी राष्ट्रपति 25 से 27 जनवरी, 2015 के बीच त्रिदिवसीय भारत की राजकीय यात्रा पर रहे। राष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी मिशेल ओबामा भी भारत आयीं।
- इस यात्रा के दौरान ओबामा ‘एयरफोर्स-1’ विमान से 25 जनवरी, 2015 को सुबह लगभग 10 बजे एयरफोर्स स्टेशन पालम, नई दिल्ली पर उतरे।
- भारतीय प्रधानमंत्री प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए मुख्य अतिथि का स्वागत करने हवाई अड्डे पर गए और गले लगाकर मुख्य अतिथि का स्वागत किया।
- उल्लेखनीय है कि प्रोटोकॉल के तहत प्रधानमंत्री किसी देश के राष्ट्राध्यक्ष की आगवानी करने हवाई अड्डे पर नहीं जाते हैं। उनकी मुलाकात राष्ट्रपति भवन में होने वाले स्वागत समारोह में होती है।
- हवाई अड्डे से ओबामा को अमेरिका से लाई गई उनकी कार ‘द बीस्ट’ (The Beast) से उन्हें होटल आईटीसी मौर्या ले जाया गया, जहां पर वह अपने भारत प्रवास के दौरान रुके।
- अपने अगले कार्यक्रम के क्रम में 25 जनवरी, 2015 को ही राष्ट्रपति ओबामा दोपहर 12.00 बजे राष्ट्रपति भवन पहुंचे। यहां पर राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में भारतीय राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा का स्वागत किया। यहां पर उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई तथा स्वागत समारोह में उन्होंने एयर फोर्स की विंग कमांडर पूजा ठाकुर के नेतृत्व में सम्मान गारद का निरीक्षण किया।
- उल्लेखनीय है कि यह पहला मौका है जब देश के महत्त्वपूर्ण मेहमान को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ एक महिला सैन्य अधिकारी के नेतृत्व में दिया गया।
- इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति राजघाट गए। वहां पर उन्होंने महात्मा गांधी की समाधि पर माल्यार्पण किया और पीपल का एक पौधा लगाया।
- तदोपरांत ओबामा हैदराबाद हाउस गए और मोदी के साथ लंच एवं बैठक की।
- यहां पर मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति को 1946 में भारतीय संविधान सभा को अमेरिका की ओर से भेजे गए टेलीग्राम की एक प्रति भेंट की।
- ज्ञातव्य है कि यह टेलीग्राम तत्कालीन कार्यवाहक अमेरिकी सेक्रेटरी ऑफ स्टेट डीन एचिसन (Dean Acheson) ने संविधान सभा के अंतरिम अध्यक्ष सच्चिदानंद सिन्हा को भेजा था।
- इस टेलीग्राम को भारत की संविधान सभा में 9 दिसंबर, 1946 को पढ़ा गया था।
- इसमें एचिसन ने कहा था कि 9 दिसंबर के आगमन के साथ, मैं आपको संविधान सभा के अंतरिक्ष अध्यक्ष के तौर पर तथा भारत की जनता को उस काम में सफलता के लिए अमेरिकी सरकार और अमेरिकी जनता की तरफ से शुभकामनाएं देता हूँ, जो आप करने जा रहे हैं।
- साथ ही टेलीग्राम में कहा गया था कि शांति, स्थिरता और मानव की सांस्कृतिक प्रगति में भारत ने बड़ा योगदान दिया है। आपकी संवैधानिक चर्चा को पूरी दुनिया के स्वतंत्रता प्रेमी लोगों द्वारा पूरी दिलचस्पी और उम्मीद के साथ देखा जाएगा।
- इसके पश्चात दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने शिखर वार्ता की और संयुक्त रूप से मीडिया को वक्तव्य जारी किया।
- अपने वक्तव्य में प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों को वैश्विक साझेदार बताते हुए दोनों देशों की साझेदारी को ‘स्वाभाविक वैश्विक साझेदारी’(Natural Global Partnership) की संज्ञा दी।
- अपने इसी मीडिया वक्तव्य में प्रधानमंत्री ने बताया कि‘नागरिक परमाणु समझौता’(Civil Nuclear Agreement) दोनों देशों के बदलते रिश्तों का केंद्र बिन्दु (Centrepiece) और एक नए विश्वास का प्रतीक भी है। हम इससे संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर करने के 6 वर्ष बाद वाणिज्यिक सहयोग (Commercial Cooperation) की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। यह हम कानून, अंतराष्ट्रीय कानूनी दायित्वों और तकनीकी व्यावसायिक व्यवहार्यता के अनुरूप कर रहे हैं।
- प्रधानमंत्री ने बताया कि अमेरिका जल्द से जल्द चार अंतर्राष्ट्रीय निर्यात नियंत्रण व्यवस्थाओं (International Export Control Regimes) में भारत को सदस्यता दिलाने का समर्थन के लिए प्रयास करेगा।
- इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री ने अपने वक्तव्य में रक्षा सहयोग, आतंकवादरोधी क्षमताओं में वृद्धि, आर्थिक संबंध को सामरिक साझेदारी तक ले जाने, स्वच्छ एवं नवीकरणीय ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, नवाचार, कृषि, स्वास्थ, शिक्षा एवं कौशल विकास में सहयोग, वैश्विक व क्षेत्रीय मुद्दों सहित एशिया, प्रशांत तथा हिंदमहासागर क्षेत्र में शांति, स्थिरता, समृद्धि को आगे बढ़ाने पर सहयोग इत्यादि की चर्चा की।
- ओबामा की यात्रा के अगले चरण में 25 जनवरी, 2015 को ‘भारत और अमेरिका मित्रता की दिल्ली घोषणा’ (India-US Delhi Declaration of Friendship) शीर्षक से एक दस्तावेज जारी किया गया।
- इस दस्तावेज में‘चलें साथ-साथ’और‘साझा प्रयास, सबका विकास’नारे के तहत साझेदारी एवं सहयोग पर बल दिया गया।
- इस दस्तावेज में जनता के लिए समान अवसर, सतत एवं समावेशी नियम आधारित व्यवस्था‘द्विपक्षीय रक्षा संबंध, जलवायु परिवर्तन, आय बढ़ाने वाली रीतियों, पारदर्शी एवं नियम आधारित बाजार से संबंधित मुद्दों का सम्मान करने की बात कही गई है।
- साथ ही इस घोषणा में नियमित शिखर बैठकों का आयोजन करने, रणनीतिक वार्ता को रणनीतिक एवं वाणिज्यिक वार्ता का दर्जा देने, भारतीय प्रधानमंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति तथा दोनों देशों के रक्षा सलाहकारों के बीच हॉटलाइन की स्थापना करने इत्यादि मुद्दों के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त की गई है।
- उल्लेखनीय है कि रणनीतिक वार्ता की अध्यक्षता दोनों देशों के विदेश मंत्री और वाणिज्यिक वार्ता की अध्यक्षता दोनों देशों के वाणिज्य मंत्री करेंगे।
- 25 जनवरी, 2015 को ‘एशिया-प्रशांत और हिंद महासागर क्षेत्र के लिए अमेरिका एवं भारत का संयुक्त रणनीतिक विजन’ जारी किया गया।
- इस विजन में कहा गया है कि अफ्रीका से लेकर पूर्वी एशिया तक दोनों देश अपनी साझेदारी के जरिए सतत एवं समावेशी विकास और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को प्रोत्साहित करेंगे।
- साथ ही ऊर्जा ट्रांसमिशन, मुक्त व्यापार एवं जनसंम्पर्क को बढ़ाने की बात कही गई है।
- समुद्री सुरक्षा की चर्चा करते हुए विशेषत: दक्षिणी चीन सागर में नौवहन तथा इस क्षेत्र के ऊपर हवाई उड़ान की आजादी के महत्त्व को दर्शाया गया है। अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के स्वीकृत सिद्धांतों के अनुरूप शांतिपूर्ण उपायों के जरिए क्षेत्रीय एवं समुद्रीय विवादों को निपटाने पर ध्यान केंद्रित करने की बात भी कही गयी है।
- अगले पांच वर्षों के दौरान दोनों देशों द्वारा क्षेत्रीय स्तर पर होने वाली बातचीत को और आगे बढ़ाने, अन्य देशों के साथ सलाह मशविरा में निवेश करने और अतिरिक्त बहुपक्षीय अवसरों की तलाश करने की बात विजन पत्र में की गई है।
- इसी दिन (25 जनवरी, 2015) को भारत व अमेरिका के आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान की राज्य सरकारों तथा यूएस व्यापार एवं विकास एजेंसी (US Trade and Development Agency) के बीच यूएस उद्योग की भागीदारी से विशाखापट्टनम, इलाहाबाद एवं अजमेर को स्मार्ट शहर के रूप में विकसित करने के लिए तीन एमओयू (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए।
- यूएस राष्ट्रपति के भारतीय प्रवास के अगले क्रम में 25 जनवरी, 2015 को ही ‘‘साझा प्रयास, सबका विकास’’ शीर्षक से 59 बिन्दुओं वाला एक संयुक्त वक्तव्य जारी किया गया।
- इस संयुक्त वक्तव्य में हाल में संपन्न करारों का स्वागत करते हुए आर्थिक विकास, उच्च प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष एवं स्वास्थ्य सहयोग, रक्षा एवं होमलैंड सुरक्षा सहयोग, स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्य एवं सहयोग, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक मुद्दे तथा क्षेत्रीय परामर्श से संबंधित मुद्दों को समाहित किया गया है।
- अपने व्यस्त कार्यक्रम के बाद राष्ट्रपति ओबामा भारतीय राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा आयोजित रात्रि भोज में शामिल हुए। यहां पर ओबामा ने महात्मा गांधी के दिल को छूने वाला भजन उद्धृत (का उल्लेख) किया।
- अगले दिन 26 जनवरी, 2015 को वह 66वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। वह इस ऐतिहासिक समारोह में शामिल होने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति हैं। यह ऐतिहासिक समारोह नई दिल्ली में राजपथ पर प्रतिवर्ष आयोजित होता है।
- इसके बाद वे शाम को इसी दिन भारत-यूएस सीईओ फोरम और भारत-अमेरिका बिजनेस समिट में शामिल हुए।
- इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने कारोबार से जुड़ी ज्यादातर समस्याओं का हल तीन आधारों पर किए जाने पर बल दिया-1. सक्रिय, जनमुखी सुशासन, 2. नीति प्रेरित शासन तथा 3. नीतियों में निरंतरता।
- 27 जनवरी, 2015 को राष्ट्रपति बराक ओबामा भारतीय प्रधानमंत्री मोदी के साथ रेडियो पर प्रसारित होने वाले विशेष कार्यक्रम ‘मन की बात’ में शामिल हुए और देशवासियों को संबोधित किया।
- ध्यातव्य है कि किसी भारतीय प्रधानमंत्री और अमरीकी राष्ट्रपति का यह पहला संयुक्त रेडियो संबोधन है।
- अपने भारत प्रवास के अंतिम दिन 27 जनवरी, 2015 को अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने नई दिल्ली में सीरी फोर्ट आडिटोरियम से भारतवासियों को संबोधित किया।
- यहां पर नेहा बुच ने राष्ट्रपति ओबामा का परिचय दिया। नेहा बुच‘प्रवाह’नामक गैर-सरकारी संगठन चलाती हैं।
- इसके बाद राष्ट्रपति ओबामा सपत्नीक सऊदी अरब के लिए रवाना हो गए।
संबंधित लिंक भी देखें…
http://www.mea.gov.in/incoming-visit-info-hi.htm?1/747/Visit+of+President+of+United+States+of+America+to+India+January+2527+2015
http://pmindia.gov.in/en/news_updates/india-u-s-delhi-declaration-of-friendship
http://www.mea.gov.in/incoming-visit-detail-hi.htm?24732/Transcript+of+Media+Briefing+by+Foreign+Secretary+on+President+Obamas+visit+to+India+January+25+2015
http://www.mea.gov.in/incoming-visit-detail-hi.htm?24724/State+Visit+of+President+of+the+United+States+of+America+to+India+January+2527+2015
http://www.mea.gov.in/incoming-visit-detail-hi.htm?24726/Joint+Statement+during+the+visit+of+President+of+USA+to+India+++++++Shared+Effort+Progress+for+All
http://www.narendramodi.in/hi/pm-modi-presents-president-obama-a-reproduction-of-a-historical-telegram
http://pmindia.gov.in/hi/news_updates/%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4-%E0%A4%94%E0%A4%B0-%E0%A4%85%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%AE%E0%A4%BF%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A4%BE-%E0%A4%95
http://www.mea.gov.in/incoming-visit-detail.htm?24726/Joint+Statement+during+the+visit+of+President+of+USA+to+India+++++++Shared+Effort+Progress+for+All