प्रश्न-31 अक्टूबर, 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को राष्ट्र को समर्पित किया। इससे संबंधित निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
1. यह प्रतिमा गुजरात राज्य के नर्मदा जिले के केवड़िया गांव में स्थित है।
2. यह प्रतिमा 172 मीटर ऊंची है।
3. इससे पहले चीन में 153 मीटर ऊंची स्प्रिंग टेंपल बुद्ध विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा थी।
4. 31 अक्टूबर, 2013 में इस प्रतिमा की आधारशिला रखी गई थी।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल 1, 3 एवं 4
(b) केवल 2 एवं 3
(c) केवल 1, 2 एवं 4
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
- 31 अक्टूबर, 2018 को प्रमुख भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सरदार वल्लभभाई पटेल की 143वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’’ को राष्ट्र को समर्पित किया।
- यह प्रतिमा गुजरात राज्य के नर्मदा जिले में केवड़िया स्थित सरदार सरोवर बांध से लगभग 3 किमी. की दूरी में साधु द्वीप पर बनी है।
- ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ 182 मीटर ऊंची है, जो कि अब विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा बन गई है।
- इससे पहले चीन में 153 मीटर ऊंची ‘स्प्रिंग टेंपल बुद्धा’ विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा थी।
- विश्व की अन्य ऊंची प्रतिमाएं हैं- उशिकु दाईबुत्सू (Ushiku Daibutsu), जापान (120 मीटर ऊंची), ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी, अमेरिका (93 मीटर ऊंची), ‘द मदरलैंड काल्स’, रूस (85 मीटर ऊंची) तथा ‘क्राइस्ट द रेडीमर, ब्राजील (38 मीटर ऊंची)।
- ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की आधारशिला 31 अक्टूबर 2013 को उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी ने ही रखी थी।
- प्रसिद्ध मूर्तिकार राम वनजी सुतार ने ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का डिजाइन तैयार किया और बतौर मूर्तिकार मुख्य भूमिका निभाई।
- इसका निर्माण लार्सन एंड टूब्री (L&T) कंपनी द्वारा किया गया है।प्रतिमा का मूल ढांचा कंक्रीट और स्टील से बनाया गया है।
- इसके निर्माण में लगभग 3000 करोड़ रुपये का खर्च आया है।
- इसके अलावा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के अन्य प्रमुख आकर्षण इस प्रकार हैं-
1. सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन पर संग्रहालय
2. भारत भवन प्रदर्शनी सभागृह
3. 153 मीटर ऊंची दर्शक दीर्घा
4. 3डी चित्रों का मानचित्रण
5. 250 शिविरों का टेंट सिटी
6. जनजातीय संग्रहालय, हस्तशिल्प बाजार
7. फूलों की घाटी, आदि।
सरदार वल्लभभाई पटेल के बारे में
- जन्म-31 अक्टूबर, 1875 को नडियाद, गुजरात में।
- ‘बारदोली सत्याग्रह’ (वर्ष 1928) की सफलता पर वहां की महिलाओं ने उन्हें सरदार की उपाधि दी थी।
- वह स्वतंत्र भारत के वास्तुकार के रूप में प्रसिद्ध हैं, क्योंकि उन्होंने भारत को एक महान गणराज्य बनाने (562 रियासतों के एकीकरण में) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
- वह स्वतंत्र भारत के प्रथम गृहमंत्री एवं उप प्रधानमंत्री थे।
- भारत के भू-राजनीतिक एकीकरण में केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल को ‘भारत का बिस्मार्क’ और ‘लौह पुरुष’ भी कहा जाता है।
लेखक – विवेक कुमार त्रिपाठी
संबंधित लिंक…
http://pib.nic.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=1551231
http://www.statueofunity.in/
January 2018 ke Current Affair me 69th Republic day Ko Shamil Kyo Nahi Kiya