23वां निक्केई एशिया पुरस्कार, 2018

प्रश्न-हाल ही में किस भारतीय को जापान के प्रतिष्ठित निक्केई एशिया पुरस्कार, 2018 से सम्मानित किया गया?
(a) रतन टाटा
(b) नरेंद्र मोदी
(c) राजेंद्र कुमार
(d) डॉ. बिंदेश्वर पाठक
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य

  • 13 जून, 2018 को जापान के प्रतिष्ठित 23वें निक्केई एशिया पुरस्कार (23rd Nikkei Prize) 2018 का वितरण किया गया।
  • यह पुरस्कार तीन श्रेणियों आर्थिक और व्यापार नवाचार (Economic and Bussiness Innovation), विज्ञान और प्रौद्योगिकी (Science and Technology) तथा संस्कृति एवं सामुदायिक (Culture and Community) में प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है।
  • आर्थिक और व्यापार नवाचार-मा जुन (Ma Jun) को, चीन।
  • विज्ञान और प्रौद्योगिकी-प्रोफेसर न्गुयेन थान लिएम (Professor Nguyen Thanh Liem) को, वियतनाम।
  • संस्कृति एवं सामुदायिक-सुलभ इंटरनेशनल सामाजिक कार्य संगठन (Sulabh International Social Service Organisation) के संस्थापक डॉ. बिंदेश्वर पाठक को, भारत।
  • इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह (वर्ष 1997), इंफोसिस के संस्थापक एन.आर. नारायण मूर्ति (वर्ष 2001) प्रो. सी.एन.राव (वर्ष 2008), डॉ. देवी प्रसाद शेट्टी (कार्डिक सर्जन) (वर्ष 2014), अक्षय पात्र फाउंडेशन (वर्ष 2016) तथा नंदन नीलेकणि (वर्ष 2017) में इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://www.sulabhinternational.org/the-23rd-nikkei-asia-prize-2018-conferred-on-dr-bindeshwar-pathak/
http://www.nikkei-events.jp/asiaprizes/en/index.html
https://asia.nikkei.com/Spotlight/Nikkei-Asia-Prizes/Nikkei-Asia-Prizes-2018-Eliminating-discrimination-one-flush-at-a-time
https://timesofindia.indiatimes.com/india/sulabh-international-founder-awarded-nikkei-asia-prize/articleshow/64164804.cms