प्रश्न-9 अक्टूबर, 2019 को ‘रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज’ द्वारा रसायन विज्ञान के क्षेत्र के नोबेल पुरस्कार की घोषणा की गई। इस वर्ष के पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं में 97 वर्षीय जॉन बी. गुडइनफ भी शामिल हैं, जो किसी भी क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति बन गए हैं। इससे पूर्व यह रिकॉर्ड किसके नाम था?
(a) लॉयड शेपली के
(b) लियोनिड हरविक्ज के
(c) रेमंड डेबिस जूनियर के
(d) आर्थर एश्किन के
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य
(a) लॉयड शेपली के
(b) लियोनिड हरविक्ज के
(c) रेमंड डेबिस जूनियर के
(d) आर्थर एश्किन के
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य
- 9 अक्टूबर, 2019 को स्टॉकहोम, स्वीडन स्थित ‘द रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज’ द्वारा वर्ष 2019 हेतु रसायन विज्ञान (Chemistry) के क्षेत्र के नोबेल पुरस्कार की घोषणा की गई।
- इस वर्ष यह पुरस्कार तीन वैज्ञानिकों यथा जॉन बी. गुडइनफ, एम. स्टैनली विटिंघम तथा अकीरा योशिनो को संयुक्त रूप से प्रदान किया जाएगा।
- इन तीनों वैज्ञानिकों को यह पुरस्कार लीथियम-आयन बैटरी के विकास में इनके योगदान हेतु प्रदान किया जाएगा।
- नोबेल पुरस्कार समिति द्वारा जारी वक्तव्य में कहा गया है कि अपने कार्य के माध्यम से इन तीनों वैज्ञानिकों ने एक बेतार (Wireless) तथा जीवाश्म-ईंधन मुक्त समाज की नींव रखी।
- उल्लेखनीय है कि हल्की, रिचार्ज की जा सकने वाली (Rechargeable) तथा शक्तिशाली लीथियम-आयन बैटरी का उपयोग आजकल मोबाइल फोन लैपटॉप तथा इलेक्ट्रिक वाहनों तक में किया जाता है।
- सर्वप्रथम 1970 के दशक में स्टैनली विटिंघम ने टाइटैनियम डाइसल्फाइड को कैथोड (Cathode) तथा धात्विक लीथियम (Metallic lithium) को ऐनोड (Anode) के रूप में प्रयुक्त कर एक बैटरी का विकास किया, जिसका विद्युत विभव (Electric Potential) लगभग 2 वोल्ट था।
- इसके बाद वर्ष 1980 में जॉन बी. गुडइनफ ने कैथोड के रूप में टाइटैनियम डाइसल्फाइड के स्थान पर कोबॉल्ट ऑक्साइड का प्रयोग कर एक ऐसी बैटरी का विकास किया, जिसका विद्युत विभव स्टैनली विटिंघम द्वारा विकसित बैटरी की तुलना में लगभग दोगुना (4 वोल्ट) था।
- हालांकि उपर्युक्त दोनों वैज्ञानिकों द्वारा विकसित बैटरी का व्यावसायिक रूप से उपयोग संभव नहीं था।
- ऐसा इसलिए क्योंकि ऐनोड के रूप में अत्यधिक अभिक्रियाशील धात्विक लीथियम के प्रयोग के कारण ऐसी बैटरियां अत्यधिक विस्फोटक साबित हो सकती थीं।
- इस समस्या का समाधान जापानी वैज्ञानिक अकीरा योशिनो ने निकाला।
- इन्होंने ऐनोड के रूप में धात्विक लीथियम के स्थान पर ‘पेट्रोलियम कोक’ का उपयोग कर वर्ष 1985 में व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य पहली लीथियम- आयन बैटरी का आविष्कार किया।
- उल्लेखनीय है कि 97 वर्षीय जॉन बी. गुडइनफ नोबेल पुरस्कार (किसी भी क्षेत्र में) से सम्मानित किए जाने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति हैं।
- इससे पूर्व यह रिकॉर्ड अमेरिकी वैज्ञानिक आर्थर एश्किन के नाम था, जिन्हें 96 वर्ष की आयु में वर्ष 2018 में भौतिक विज्ञान के क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया था।
संबंधित लिंक भी देखें…
https://www.nobelprize.org/prizes/chemistry/2019/press-release/
https://www.nobelprize.org/prizes/chemistry/2019/summary/
https://www.theguardian.com/science/live/2019/oct/09/nobel-prize-in-chemistry-to-be-awarded-live