RBI के वृद्धि पूर्वानुमान

प्रश्न-हाल ही में RBI ने घरेलू गतिविधियों में मंदी और वैश्विक ट्रेड वार में वृद्धि के मद्देनजर भारत की वृद्धि अनुमान को वर्ष 2019-20 हेतु कम कर दिया है-
(a) 7 प्रतिशत तक
(b) 7.5 प्रतिशत तक
(c) 6.8 प्रतिशत तक
(d) 6.4 प्रतिशत तक
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • जून, 2019 में RBI ने भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर के अनुमान को चालू वित्त वर्ष में घटाकर 7% कर दिया है।
  • इसकी वजह घरेलू गतिविधियों में मंदी और और वैश्विक ट्रेड वॉर में वृद्धि है।
  • ध्यातव्य है कि इससे पूर्व अप्रैल में जारी मौद्रिक नीति में चालू वित्त वर्ष हेतु GDP वृद्धि 7.2% प्रक्षेपित (Projected) किया गया था-

(i) वित्त वर्ष की पहली छमाही हेतु 6.8-7.1 प्रतिशत के रेंज (परास) में
(ii) दूसरी छमाही हेतु इसे 7.3 प्रतिशत से 7.4 प्रतिशत के परास में रखा गया था।

  • 2018-19 जनवरी-मार्च तिमाही के आंकड़े दर्शाते हैं कि घरेलू निवेश गतिविधि कमजोर हुई है और निर्यात की रफ्तार कम हुई है। जिससे समग्र मांग में भी कमी आई है।
  • उपरोक्त आंकड़े एवं निष्कर्ष जून की शुरुआत में हुई MPC (मौद्रिक नीति समिति) की बैठक के बाद जारी किए गए।
  • मौद्रिक नीति किसी देश की अर्थव्यवस्था में वह उपकरण है, जिसके माध्यम से केंद्रीय बैंक तरलता तथा साख सृजन को नियंत्रित कर अर्थव्यवस्था में मूल्य स्थिरता को बनाए रखने तथा उच्च विकास दर के लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयास करता है।
  • भारत में मौद्रिक नीति का प्रयोग भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा किया जाता है।
  • वर्तमान में मौद्रिक नीति निर्माण का कार्य मौद्रिक नीति समिति द्वारा किया जाता है।
  • RBI संशोधन अधिनियम, 1934 की धारा 45ZB के तहत मौद्रिक नीति समिति का प्रावधान किया गया है। इसमें RBI के गवर्नर सहित कुल छः सदस्य हैं।

संबंधित लिंक भी देखें…
https://www.rbi.org.in/hindi/Scripts/PressReleases.aspx?Id=38829&Mode=0