INMAS द्वारा कॉम्बेट कैजुअल्टी ड्रग्स का विकास

प्रश्न-इंस्ट्टियूट ऑफ न्यूक्लिअर मेडिसिन एंड अलाइड साइंसेस (INMAS) निम्नलिखित में से किस संगठन की प्रयोगशाला है?
(a) इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस
(b) रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन
(c) जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया
(d) ह
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • हाल ही में इंस्टिट्यूट ऑफ न्यूक्लिअर मेडिसिन एंड अलाइड साइंसेज (INMAS) द्वारा कॉम्बेट कैजुअल्टी ड्रग्स का विकास किया गया है।
  • इन दवाओं की सहायता से घायल जवानों को अस्पताल में पहुंचाए जाने से पहले के बेहद नाजुक समय में वृद्धि की जा सकती है।
  • इन दवाओं का उद्देश्य पुलवामा जैसे घातक हमले अथवा युद्ध जैसी परिस्थितियों में गंभीर रूप से घायल सैनिकों के अस्पताल पहुंचने से पहले की अवस्था में उपचार करना है।
  • डीआरडीओ की प्रयोगशाला इंस्टिट्यूट ऑफ न्यूक्लिअर मेडिसिन एंड अलाइड साइंसेस (INMAS) द्वारा बनाई गई इन दवाओं में अवशोषक ड्रेसिंग तथा ग्लिसरेटेड-सैलाइन शामिल हैं।
  • इनमें रक्त स्राव वाले घावों को भरने वाली दवा भी सम्मिलित है और ये दवाएं जंगल, अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों तथा युद्ध एवं आतंकवादी हमलों की स्थिति में इलाज की आकस्मिक जरूरतों में बहुत कारगर सिद्ध हो सकती हैं।

लेखक-राजेश त्रिपाठी

संबंधित लिंक भी देखें…
https://www.drdo.gov.in/drdo/pub/npc/2019/March/din-12march2019.pdf