प्रश्न-29 जुलाई, 2019 को पाकिस्तान ने स्थानीय हिंदू समुदाय की मांग पर विभाजन के बाद पहली बार 1000 वर्ष पुराने हिंदू मंदिर ‘शवाला तेजा सिंह मंदिर’ को पूजा के लिए खोला। यह मंदिर पाकिस्तान के किस शहर में स्थित है?
(a) पेशावर
(b) सियालकोट
(c) बहावलपुर
(d) गुजरांवाला
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य
(a) पेशावर
(b) सियालकोट
(c) बहावलपुर
(d) गुजरांवाला
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य
- 29 जुलाई, 2019 को पाकिस्तान ने स्थानीय हिंदू समुदाय की मांग पर विभाजन के बाद पहली बार पूर्वी शहर सियालकोट में स्थित 1000 वर्ष पुराना हिंदू मंदिर पूजा के लिए खोला।
- इस मंदिर का नाम शवाला तेजा सिंह मंदिर (Shawala Teja Singh Temple) है, जिसका निर्माण सरदार तेजा सिंह ने कराया था।
- इस मंदिर में भगवान शिव की प्रतिमा स्थापित है।
- इस 1000 वर्ष पुराने हिंदू मंदिर का स्व. राशिद नियाज की पुस्तक ‘हिस्ट्री ऑफ सियालकोट’ में उल्लेख है।
- एवेक्यू ट्रस्ट प्रॉपर्टी (Evacuee Trust Property Board) बोर्ड जो पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के पवित्र स्थलों की देखभाल करता है ने इस मंदिर को खोला है।
- वर्ष 1992 में बाबरी मस्जिद के विध्वंस के बाद हुए हमले में यह मंदिर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुआ था।
- पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है।
- आधिकारिक अनुमानों के अनुसार, पाकिस्तान में 75 लाख हिंदू रहते हैं।
- पाकिस्तान में हिंदुओं की सर्वाधिक आबादी सिंध प्रांत में (लगभग 93.10) है।
लेखक-विजय प्रताप सिंह
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