प्रश्न-2 फरवरी, 2019 को संपूर्ण विश्व में ‘विश्व आर्द्रभूमि दिवस’ मनाया गया। इस दिवस का मुख्य विषय हैं-
(a) आपदा जोखिम में कमी के लिए आर्द्रभूमि
(b) आर्द्रभूमि और जलवायु परिवर्तन
(c) सतत पोषणीय विकास के लिए आर्द्रभूमि
(d) पर्यावरण संरक्षण के लिए आर्द्रभूमि
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य
- 2 फरवरी, 2019 को संपूर्ण विश्व में ‘विश्व आर्द्रभूमि दिवस’ (World Wetlands Day) मनाया गया।
- वर्ष 2019 में इस दिवस का मुख्य विषय (Theme)-‘‘आर्द्रभूमि और जलवायु परिवन’ (Wetlands and Climate Change) है।
- जबकि वर्ष 2020 के लिए मुख्य विषय ‘आर्द्रभूमि और जैव विविधता (Wetlands and biodiversity) तथा वर्ष 2021 के लिए ‘आर्द्रभूमि और जल’ (Wetlands and water) स्वीकृत है।
- भारत में कुल 27 रामसर आर्द्रभूमि स्थल चिह्नित हैं।
- ध्यातव्य है ‘सुंदरवन आर्द्रभूमि’ (Sundarban & wetland) को 30 जनवरी, 2019 में चिन्हित किया गया।
- ज्ञातव्य है कि 2 फरवरी, 1971 को विश्व के अंतरराष्ट्रीय महत्व के आर्द्रभूमि (Wetlands) के संरक्षण के लिए ‘रामसर कन्वेशन’ पर ईरान के शहर रामसर में हस्ताक्षर हुए थे।
- यह दिवस वर्ष 1997 से प्रतिवर्ष मनाया जाता है।
- इस दिवस का उद्देश्य वेटलैंड्स के संरक्षण के लिए जागरूकता पैदा करना एवं इस बारे में सकारात्मक और स्वीकारात्मक कार्यवाही सुनिश्चित करना’ है।
- उल्लेखनीय है नमी या दलदली भूमि वाले क्षेत्र को आर्द्रभूमि या वेटलैंड (Wetland) कहा जाता है।।
- आर्द्र भूमि को भू-दृश्य के गुर्दे (Kidneys of the land Scape) भी कहा जाता है।
लेखक-विवेक कुमार त्रिपाठी
संबंधित लिंक भी देखें…
https://www.ramsar.org/activity/world-wetlands-day
http://wiienvis.nic.in/Database/ramsar_wetland_sites_8224.aspx