रौलेट एक्ट के 100 वर्ष

Rowlatt Acts

प्रश्न-हाल ही में 100 वर्ष पूरे कर चुके रौलेट एक्ट के संबंध में निम्नलिखित में से क्या सही नहीं है?
(a) सिडनी रौलेट की अध्यक्षता में एक कमेटी ने दो विधेयक तैयार किए, जिसे रौलट बिल नाम दिया गया था।
(b) रौलेट एक्ट को बिना वकील, बिना अपील, बिना दलील व्याख्यायित किया गया।
(c) इसके खिलाफ गांधी जी ने सत्याग्रह सभा गठित की थी।
(d) इस एक्ट के विरोध स्वरूप 1 अप्रैल, 1919 को गांधीजी ने हड़ताल का आह्वान किया था।
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य

  • 18 मार्च, 1919 को ब्रिटिश भारत की केंद्रीय विधान परिषद द्वारा रौलेट बिल का पारित किया गया था।
  • वर्ष 2019 में रौलेट एक्ट के 100 वर्ष पूरे हुए।
  • उल्लेखनीय है कि भारत में क्रांतिकारियों के प्रभाव को समाप्त करने तथा राष्ट्रीय भावना को कुचलने के उद्देश्य से न्यायाधीश सिडनी रौलेट की अध्यक्षता में एक समिति नियुक्त की गई थी।
  • इसी समिति की सिफारिशों के आधार पर केंद्रीय विधान परिषद में दो विधेयक प्रस्तुत किए गए, जिन्हें रौलेट बिल नाम दिया गया।
  • भारतीय सदस्यों के विरोध के परिणामस्वरूप एक विधेयक को निरस्त कर दिया गया, किंतु द्वितीय विधेयक पारित कर दिया गया।
  • इस अधिनियम के तहत ब्रिटिश सरकार किसी को भी शक के आधार पर गिरफ्तार कर सकती थी।
  • इस अधिनियम को ‘बिना वकील, बिना अपील, बिना दलील’ कानून कहा गया।
  • गांधी जी ने इस अधिनियम के विरोध स्वरूप 6 अप्रैल, 1919 को अखिल भारतीय हड़ताल का आह्वान किया था।
  • गांधी ने इसके खिलाफ 1920 में सत्याग्रह का आह्वान किया गया तथा सत्याग्रह सभाओं की स्थापना की गई।

संबंधित लिंक भी देखें…

https://www.britannica.com/event/Rowlatt-Acts