प्रश्न-हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्तीय समावेशन पर मध्यावधि पथ संबंधी समिति की रिपोर्ट जारी की। इस समिति की अध्यक्षता किसने की थी?
(a) सुबीर गोकर्ण
(b) डॉ. रघुराम राजन
(c) दीपक मोहंती
(d) सिंधु श्री खुल्लर
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
- 28 दिसंबर, 2015 को भारतीय रिजर्व बैंक (R.B.I.) ने वित्तीय समावेशन पर मध्यावधि पथ संबंधी समिति की रिपोर्ट जारी की।
- उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक के कार्यकारी निदेशक दीपक मोहंती की अध्यक्षता में इस समिति का गठन किया गया था।
- जिसका उद्देश्य वित्तीय समावेशन के लिए मध्यावधि (5 वर्ष) आकलन कार्ययोजना पर कार्य करना था।
- इस समिति की प्रमुख सिफारिशें इस प्रकार हैं-
- बैंकों को महिलाओं के लिए खाते खोलने को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास करने होंगे।
- इसके साथ ही सरकार बालिकाओं के लिए जमा योजना ‘सुकन्या शिक्षा’ पर कल्याणकारी उपाय के रूप में विचार करना चाहिए।
- ‘आधार’ जैसा विशिष्ट बायोमीट्रिक अभिज्ञापक (Biometric Identifier) प्रत्येक व्यक्तिगत ऋण खाते और ऋण सूचना कंपनियों के साथ शेयर की गई सूचना के साथ जोड़ा जाना चाहिए।
- व्यापारिक प्रतिष्ठानों द्वारा क्रेडिट कार्ड लेन-देन पर अधिभार (Surcharge) लगाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
- सभी प्रकार के बैंकिंग तक पहुंचने के लिए एक भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS) नक्शा तैयार किया जाए।
- सरकार से व्यक्तियों को धन हस्तांतरण (Government To Person-G2P) के ढांचे को मजबूत करने के लिए मोबाइल बैंकिंग सुविधा को और अधिक कार्यकुशल बनाया जाए।
- ग्रामीण और अर्ध-शहरी केंद्रों में अधिक एटीएम, मैक्रो एटीएम की अंतर उपयोगिता और ग्राहकों के लिए अधिक संपर्क बिंदु बनाने के लिए बिक्री स्थान (POS) के रूप में अनुप्रयोग आधारित मोबाइलों का उपयोग, इत्यादि।
संबंधित लिंक भी देखें…
https://www.rbi.org.in/hindi/Scripts/PressReleases.aspx?ID=27611
https://www.rbi.org.in/Scripts/BS_PressReleaseDisplay.aspx?prid=35826