राष्ट्रीय आय के प्रथम अग्रिम अनुमान जारी

First Advance Estimates of National Income, 2017-18

प्रश्न-हाल ही में ‘सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय’ द्वारा जारी ‘राष्ट्रीय आय के प्रथम अग्रिम अनुमानों’ के अनुसार, भारत की जीडीपी वृद्धि दर, वर्ष  2017-18 के दौरान कितने प्रतिशत रहने का अनुमान है?</strong
(a)  6.5 प्रतिशत
(b) 7.4 प्रतिशत
(c)  7.2 प्रतिशत
(d) 7.5 प्रतिशत
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • 5 जनवरी, 2018 को केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) के द्वारा वर्ष 2017-18 के राष्ट्रीय आय के प्रथम अग्रिम अनुमान जारी किए गए।
  • ध्यातव्य है कि ‘सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय’ के अधीन यह संगठन राष्ट्रीय लेखा के संकलन हेतु उत्तरदायी संस्था है।
  • इसके अलावा यह औद्योगिक उत्पादन सूचकांक का संकलन, उद्योगों का वार्षिक सर्वेक्षण और आर्थिक गणना का आयोजन तथा उपभोक्ता मूल्य सूचकांक का भी संकलन करता है।
  • सीएसओ के हालिया अनुमानों के अनुसार, वर्ष 2017-18 में जीडीपी वृद्धि, वर्ष 2016-17 के 7.1 प्रतिशत से 0.6 प्रतिशत कम है।
  • वर्ष 2017-18 में मूल कीमतों पर वास्तविक जीवीए की अनुमानित वृद्धि वर्ष 2016-17 के 6.6 प्रतिशत की तुलना में 6.1 प्रतिशत है।
  • 7 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज करने वाले क्षेत्र ‘लोक प्रशासन, रक्षा एवं अन्य सेवाएं’, ‘व्यापार, होटल, परिवहन, संचार एवं प्रसारण से संबंधित सेवाएं’, ‘बिजली, गैस, जल आपूर्ति और अन्य उपयोगिता सेवाएं, तथा ‘वित्तीय, रियल एस्टेट और पेशेवर सेवाएं’ हैं।
  • वर्ष 2017-18 ‘कृषि वानिकी व मत्स्यन’, ‘खनन व उत्खनन’, ‘विनिर्माण और निर्माण’ में वृद्धि क्रमशः 2.1 प्रतिशत, 2.9 प्रतिशत, 4.6 प्रतिशत और 3.6 प्रतिशत अनुमानित है।
  • जबकि पिछले वर्ष (2016-17) इन क्षेत्रों की वृद्धि दर क्रमशः 4.9 प्रतिशत, 1.8 प्रतिशत, 7.9 प्रतिशत और 1.7 प्रतिशत रही।
  • इस प्रकार कृषि और विनिर्माण क्षेत्र के खराब प्रदर्शन की वजह से जीडीपी की वृद्धि दर चालू वर्ष 2017-18 में 6.5 प्रतिशत के चार वर्ष के निचले स्तर पर रहेगी।
  • वर्तमान कार्यरत केंद्रीय सरकार में यह सबसे कम वृद्धि दर होगी।
  • प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि वर्ष 2016-17 के 5.7 प्रतिशत की तुलना में इस वर्ष (2017-18 में) 5.3 प्रतिशत अनुमानित है।

संबंधित लिंक
http://pib.gov.in/PressReleseDetail.aspx?PRID=1515693