राष्ट्रीयकृत बैंकों में विलफुल डिफाल्टर्स की संख्या बढ़ी

प्रश्न-हाल ही में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के लोक सभा में दिए जबाब के अनुसार, पिछले पांच वर्ष में विलफुल डिफाल्टर की संख्या कितनी प्रतिशत बढ़ी है?
(a) 50%
(b) 60%
(c) 54%
(d) 58%
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 24 जून, 2019 को लोक सभा में केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा विलफुल डिफाल्टर्स के संबंध में जानकारी दी गई।
  • इसके अनुसार, पिछले 5 वर्षों में राष्ट्रीयकृत बैंकों में विलफुल डिफाल्टरों की संख्या में 60% की वृद्धि हुई।
  • वित्त वर्ष 2015 में विलफुल डिफाल्टरों की संख्या 5,349 थी, जबकि वित्त वर्ष 2019 के अंत में यह संख्या 8,582 रही।
  • पिछले 5 वर्षों में इन विलफुल डिफाल्टरों से 7654 करोड़ की वसूली (रिकवरी) की गई।
  • सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में कुल 9856 विलफुल डिफाल्टर खाते हैं। सर्वाधिक 960 खाते पंजाब नेशनल बैंक में और इसके बाद यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में हैं।
  • निजी क्षेत्र के बैंकों में डिफाल्टरों की सर्वाधिक संख्या एक्सिस बैंक में है।

लेखक-राहुल त्रिपाठी

संबंधित लिंक भी देखें…
https://www.business-standard.com/article/finance/banks-to-intensify-drive-to-publish-names-of-corporate-willful-defaulters-119061800711_1.html
https://www.thehindubusinessline.com/money-and-banking/number-of-wilful-defaulters-inpsbs-up-60-to-8582-in-5-years/article28127619.ece
https://www.indiatoday.in/business/story/number-of-willful-defaulters-up-npas-are-down-nirmala-sitharaman-in-lok-sabha-1555523-2019-06-25