यूएनडीपी द्वारा भारत में एक्सेलेरेटर लैब की शुरुआत

प्रश्न-निर्धारित समय सीमा के भीतर चुनौतीपूर्ण लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) ने एक्सेलेरेटर लैब के भारतीय संस्करण की शुरुआत की है, जिसके लिए वह साझेदारी कर रहा है-
(a) कनाडा और कुवैत के साथ
(b) फ्रांस और सऊदी अरब के साथ
(c) रूस और यूएई के साथ
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य
  • 28 नवंबर, 2019 को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) ने एक्सेलेरेटर लैब के भारतीय संस्करण की शुरुआत की।
  • इस एक्सेलेरेटर लैब के लिए UNDP जर्मनी और कतर के साथ साझेदारी कर रहा है।
  • यह एक्सेलेरेटर लैब उन 60 वैश्विक प्रयोगशालाओं (लैब्स) में से एक होगी, जो जलवायु परिवर्तन एवं असमानता जैसे वैश्विक चुनौती के नवीन समाधानों की परख एवं माप करेगी।
  • वैश्विक स्तर पर खोले गए इन प्रयोगशालाओं का उद्देश्य वर्ष 2030 तक सतत विकास लक्ष्यों प्राप्त करने के लिए जमीनी सुझावों के साथ वास्तविक समय आंकड़ों एवं प्रयोग के नवीन स्रोतों को एक साथ लाना।
  • जर्मनी एवं कतर के साथ साझेदारी के अलावा, UNDP ने इटली के पया्रवरण मंत्रालय, भूमि और समुद्र संरक्षण, नेस्टा, MIT एवं भारत के हनीबी (Honeybee) नेटवर्क के साथ भी साझेदारी की है।
  • एक्सलेरेटर प्रयोगशाला ने 70 मिलियन डॉलर से अधिक धन इस कार्य हेतु आकर्षित किए है जिनमें जर्मनी से 33 मिलियन डॉलर, कतर से 20 मिलियन डॉलर, इटली से 5.5 मिलियन डॉलर तथा UNDP के ‘कोर पाटर्नर्स’ से 20 मिलियन डॉलर प्राप्त किए हैं।
  • भारतीय एक्सेलेरेटर लैब नई दिल्ली में स्थापित किया जाएगा। इसने उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए भारत सरकार के अटल इनोवेशन मिशन (AIM) के साथ भागीदारी की है।

लेखक-पंकज पाण्डेय

संबंधित लिंक भी देखें…

https://www.in.undp.org/content/india/en/home/presscenter/pressreleases/To_meet_21st_century_development_challenges_a_21st_century_solution_UNDP_launches_India_Accelerator_Lab.html