माजुली द्वीप के बाढ़ और क्षरण से बचाव हेतु सुरक्षा कार्यों की आधारशिला

Foundation Stone for Protection Work of Majuli Island from Flood and Erosion in Assam

प्रश्न-सैटेलाइट से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर माजुली द्वीप की भूमि का क्षेत्रफल नवंबर, 2016 में कितना है?
(a) 502.21 वर्ग किमी.
(b) 520.38 वर्ग किमी.
(c) 524.29 वर्ग किमी.
(d) 556.49 वर्ग किमी.
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य

  • 29 दिसंबर, 2017 को जल संसाधन, नदी विकास व गंगा संरक्षण, सड़क, परिवहन तथा राजमार्ग और शिपिंग मंत्री नितिन गडकरी और असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने माजुली (असम) में नियमित माल ढुलाई परिवहन वाहन को झंडी दिखाकर रवाना किया।
  • यह वाहन राष्ट्रीय जलमार्ग-2 (NW-2) के माध्यम से पांडु से धुबरी के रास्ते आवागमन करेगा।
  • इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने असम के माजुली द्वीप को बाढ़ और क्षरण से बचाने हेतु सुरक्षा कार्यों की आधारशिला रखी।
  • जल संसाधन मंत्रालय द्वारा गठित विशेषज्ञों की समिति की सिफारिश के आधार पर ब्रह्मपुत्र बोर्ड में बाढ़ और क्षरण से द्वीप के बचाव हेतु जनवरी, 2004 में विभिन्न चरणों में सुरक्षा कार्य प्रारंभ किया गया था।
  • इन कार्यों में नदी किनारों पर तटबंध का निर्माण और सुदृढ़ीकरण, आरसीसी स्क्रीन को बिछाना, अवरोधों का निर्माण शामिल है।
  • इसके अलावा नितिन गडकरी ने माजुली में ब्रह्मपुत्र बोर्ड कार्यालय के निर्माण की आधारशिला रखी।
  • इस कार्यालय के निर्माण की अनुमानित लागत राशि 40 करोड़ रुपए है।
  • माजुली द्वीप दक्षिण में विशाल ब्रह्मपुत्र नदी से तथा उत्तर में खेरकाटिया, सूटी, लुइत सूटी और सुबनश्री नदियों से घिरा हुआ है।
  • सैटेलाइट से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर माजुली द्वीप की भूमि का क्षेत्रफल वर्ष 2004 में 502.21 वर्ग किमी. था, जो नवंबर, 2016 में 524.29 वर्ग किमी. हो गया।

संबंधित लिंक
http://www.pib.nic.in/PressReleseDetail.aspx?PRID=1514605