माइक्रो-इरिगेशन (सिंचाई) कवरेज : राज्यवार स्थिति

Tamil Nadu tops in coverage under micro-irrigation
प्रश्न-माइक्रो-इरिगेशन (सिंचाई) के तहत शामिल होते हैं-
(a) ड्रिप सिंचाई
(b) स्पि्रंकलर (Sprinkler) सिंचाई या छिड़काव सिंचाई
(c) फर्टिगेशन (Fertigation)
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य
  • दिसंबर, 2019 में कृषि मंत्रालय (प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष सूक्ष्म सिंचाई (माइक्रो-इरिगेशन) के तहत क्षेत्र के कवरेज (आच्छादित क्षेत्र) के संदर्भ में तमिलनाडु शीर्षस्थ राज्य है।
  • तमिलनाडु में सूक्ष्म सिंचाई के तहत आच्छादित क्षेत्र 1.39 लाख हेक्टेयर है।
  • जो संपूर्ण भारत में सूक्ष्म-सिंचाई (MI) के तहत आने वाले क्षेत्र का 38 प्रतिशत हिस्सा है।
  • तमिलनाडु के बाद इस संदर्भ में दूसरे स्थान पर गुजरात का स्थान है, जहां 77,858 हेक्टेयर भूमि MI के तहत आच्छादित है।
  • आंध्र प्रदेश (52.027 हेक्टेयर) तीसरे एवं महाराष्ट्र (36.831 हेक्टेयर) चौथे स्थान पर है।
  • उत्तर प्रदेश 25,680 हेक्टेयर आच्छादित भूमि के साथ पांचवें स्थान पर है।
  • उपरोक्त आंकड़े ‘प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना’ द्वारा उपलब्ध करवाए गए हैं, जो “MI” जैसे कई उपायों के माध्यम से कृषि जल उपयोग दक्षता में सुधार लाने के लिए केंद्र सरकार की योजना है।
  • सूक्ष्म-सिंचाई (MI)
  • सूक्ष्म-सिंचाई का प्रयोग पंक्ति फसलों (Row Crops), बागवानी फसलों तथा बेलों/लताओं के लिए किया जाता है, जहां सिंचाई की कम मात्रा की जरूरत होती है।
  • सूक्ष्म सिंचाई में ड्रिप सिंचाई (बूंद-बूंद सिंचाई) तकनीक, स्प्रिंकलिंग (छिड़काव) विधि तथा फर्टीगेशन तकनीक का प्रयोग होता है।
  • फर्टिगेशन का अर्थ है-सिंचाई जल में उर्वरक मिलाकर उर्वरक एवं सिंचाई जल दोनों की उपयोग क्षमता बढ़ाना।

लेखक-पंकज कुमार पाण्डेय

संबंधित लिंक भी देखें…

https://www.thehindu.com/news/national/tamil-nadu/tn-tops-in-coverage-under-micro-irrigation/article30369700.ece

https://pmksy.gov.in/