महिला स्व-सहायता समूहों को सामाजिक अंकेक्षण की जिम्मेदारी

Women do social audit of panchayats for first time in country

प्रश्न-महिलाओं को पंचायतों के कामकाज के सामाजिक अंकेक्षण (सोशल ऑडिट) की जिम्मेदारी देने वाला देश का पहला राज्य कौन-सा है?
(a) उत्तराखंड
(b) झारखंड
(c) छत्तीसगढ़
(d) पश्चिम बंगाल
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य

  • 9 जनवरी, 2018 को प्रकाशित (छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग द्वारा) रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य में महिला स्व-सहायता समूहों को पंचायतों के काम-काज के सामाजिक अंकेक्षण (सोशल ऑडिट) की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
  • ऐसा करने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है।
  • छत्तीसगढ़ राज्य में त्रिस्तरीय पंचायती राज्य संस्थानों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण प्राप्त है।
  • महिला समूहों को पंचायतों के काम-काज के सामाजिक अंकेक्षण में भागीदार बनाने हेतु प्रशिक्षित भी किया जा रहा है।
  • प्रथम चरण में राज्य स्तर पर विगत लगभग तीन माह में 14 हजार 435 महिला स्व-सहायता समूहों को इस कार्य हेतु प्रशिक्षित किया जा चुका है।
  • 2 अक्टूबर, 2017 से प्रारंभ यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 6 जनवरी, 2018 को संपन्न हुआ।
  • महिला स्व-सहायता समूहों को मनरेगा और इंदिरा आवास योजना के तहत भौतिक सत्यापन, सामाजिक जवाबदेही, योजनाओं का लेखा-परीक्षण, स्वीकृत कार्यों पर चर्चा, सोशल ऑडिट का आवश्यक दस्तावेजीकरण एवं प्रतिवेदन लेखन जैसे कार्यों का प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।
  • प्रशिक्षित महिलाएं स्थानीय और क्षेत्रीय भाषाओं में बातचीत करने में सक्षम हैं।

संबंधित लिंक
http://dprcg.gov.in/post/1515492063/___Raipur_:_Women_do_social_audit_of_panchayats_for_first_time_in_country_:_14,_000_women’s_groups_trained_in_social_audit