प्रश्न-हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत को अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी-महासागर ऊर्जा प्रणालियों (IEA-OES) का एक सदस्य देश बनाए जाने के लिए अपनी मंजूरी प्रदान की। सदस्यता के लिए किस मंत्रालय के अधीनस्थ एजेंसी होगी-
(a) रक्षा मंत्रालय
(b) पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय
(c) परमाणु ऊर्जा विभाग
(d) पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य
- 13 जनवरी, 2016 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कार्यान्वयन करने वाले समझौते (IA) पर हस्ताक्षर कर भारत को अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी-महासागर ऊर्जा प्रणालियों (IEA-OES) का एक सदस्य देश बनाए जाने को मंजूरी प्रदान की।
- सदस्यता के लिए प्रमुख एजेंसी पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीनस्थ पृथ्वी प्रणाली विज्ञान संगठन-राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान (ESSO-NIOT) होगी।
- अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी महासागर ऊर्जा प्रणालियों का सदस्य बन जाने से भारत की पहुंच दुनियाभर की उन्नत अनुसंधान एवं विकास टीमों और तकनीकों तक हो जाएगी।
- इसके अतिरिक्त भारत अन्य देशों के साथ मिलकर परीक्षण प्रोटोकॉलों को विकसित करने में भागीदार बनेगा।
- इससे अंतर्राष्ट्रीय जरूरतों एवं नियमों के अनुसार भारतीय प्रारूपों (प्रोटोटाइप) के परीक्षण में मदद मिलेगी।
- इसके अलावा, सदस्य देशों के संस्थानों के साथ मिलकर संयुक्त सहकारी कार्यक्रम शुरू किए जा सकेंगे।
संबंधित लिंक भी देखें…
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=134427
http://pib.nic.in/newsite/hindirelease.aspx?relid=44279