प्रश्न-26 जून, 2019 को प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के तहत गठित मधुमक्खी पालन विकास समिति ने अपनी रिपोर्ट जारी की। इस समिति का गठन किसकी अध्यक्षता में किया गया था?
(a) प्रो. बिबेक देवरॉय
(b) अमिताभ कांत
(c) तरुण सभरवाल
(d) अरविंद सुब्रमण्यन
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
(a) प्रो. बिबेक देवरॉय
(b) अमिताभ कांत
(c) तरुण सभरवाल
(d) अरविंद सुब्रमण्यन
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
- 26 जून, 2019 को प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाकार परिषद के तहत गठित मधुमक्खी पालन विकास समिति (BDC) ने अपनी रिपोर्ट जारी की।
- इस समिति का गठन प्रो. बिबेक देबरॉय की अध्यक्षता में किया गया है।
- उद्देश्य-(i) भारत में मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के नए तौर-तरीकों की पहचान करना।
(ii) कृषि उत्पादकता, रोजगार सृजन और पोषण सुरक्षा को बढ़ावा देना।
- बीडीसी की रिपोर्ट के अनुसार मधुमक्खी पालन को केवल शहद और मोम उत्पादन तक सीमित रखे जाने की बजाए इसे परागणों, मधुमक्खी द्वारा छत्ते में इकट्ठा किए जाने वाले पौध रसायन, रॉयल जेली और मधुमक्खी के डंक में युक्त विष को उत्पाद के रूप में बेचने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
- उल्लेखनीय है कि खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) के वर्ष 2017-18 के आंकड़ों के अनुसार शहद उत्पादन के मामले में भारत (64.9 हजार टन शहद उत्पादन के साथ) विश्व में 8वें स्थान पर रहा।
- जबकि चीन (551 हजार टन शहद उत्पादन के साथ) पहले स्थान पर रहा।
- देश में मधुमक्खी पालन के उद्योग को बढ़ावा देने के लिए बीडीसी की रिपोर्ट में निम्नलिखित प्रमुख सुझाव दिए गए हैं-
(i) मधुमक्खियों को कृषि उत्पाद के रूप में देखना तथा भूमिहीन मधुमक्खी पालकों को किसान का दर्जा देना।
(ii) मधुमक्खियों के पसंद वाले पौधे सही स्थानों पर लगाना तथा महिला स्वयं सहायता समूहों को ऐसे बागानों का प्रबंधन सौंपना।
(iii) मधुमक्खी पालकों का राज्य सरकारों द्वारा प्रशिक्षण और विकास करना।
(iv) शहद सहित मधुमक्खियों से जुड़े अन्य उत्पादों के संग्रहण, प्रसंस्करण और विपणन के लिए राष्ट्रीय और क्षेत्रीय सतर पर अवसंरचनाआं का विकास करना।
लेखक-विवेक कुमार त्रिपाठी
संबंधित लिंक भी देखें…
http://pib.nic.in/newsite/PrintHindiRelease.aspx?relid=81103