प्रश्न-हाल ही में जारी शोध सूचना के अनुसार, भारत में स्वास्थ्य पेशवेरों की पर्याप्त संख्या है। इस शोध के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है?
(a) यह शोध इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ, गुरुग्राम द्वारा किया गया।
(b) शोध राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण और रजिस्ट्री संस्थानों से एकत्रित की गई सूचना पर आधारित है।
(c) शोध के अनुसार स्वास्थ्य पेशेवर असमान रूप से ग्रामीण शहरी और राज्यवार वितरित हैं।
(d) उपरोक्त सभी
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य
(a) यह शोध इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ, गुरुग्राम द्वारा किया गया।
(b) शोध राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण और रजिस्ट्री संस्थानों से एकत्रित की गई सूचना पर आधारित है।
(c) शोध के अनुसार स्वास्थ्य पेशेवर असमान रूप से ग्रामीण शहरी और राज्यवार वितरित हैं।
(d) उपरोक्त सभी
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य
- भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थान (IIPH) द्वारा जारी हालिया शोध सूचना के अनुसार, भारत में स्वास्थ्य पेशेवरों की पर्याप्त संख्या है।
- हालांकि स्वास्थ्य पेशेवर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में राज्यवार असमान रूप से वितरित हैं।
- संस्थान द्वारा यह शोध विभिन्न रजिस्ट्री संस्थानों और राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संस्थान द्वारा एकत्रित सूचना पर आधारित है।
- शोध में वर्ष 2011-12 का राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संस्थान का डाटा, भारतीय चिकित्सा परिषद, भारतीय नर्सिंग परिषद, भारतीय दंतचिकित्सा परिषद और अन्य पेशेवर संस्थाओं का वर्ष 2017 का रजिस्ट्री डाटा के साथ वर्ष 2016 का जनगणना प्रक्षेपण और श्रमिक भागीदारी दर का उपयोग किया गया है।
- राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संस्थान के डाटा के अनुसार कुल डॉक्टरों का घनत्व 29 प्रति 10000 व्यक्ति और पंजीकरण आंकड़ों के आधार पर 38 प्रति 10000 व्यक्ति था।
- राजस्थान, झारखंड और बिहार जैसे बड़े राज्यों की तुलना में केरल और केंद्रशासित प्रदेशों में डॉक्टरों की संख्या अधिक थी।
- उल्लेखनीय है जनसंख्या के आधार पर डॉक्टरों की संख्या का विश्व स्वास्थ्य संगठन की घनत्व सीमा 22.8 प्रति 10,000 है।
लेखक-राहुल त्रिपाठी
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