भारत द्वारा जीएफटीएएम के लिए राशि का योगदान

प्रश्न-सितंबर, 2019 में भारत में 6वें पुनः पूर्ति चक्र (2022-23) हेतु एड्स, टीबी और मलेरिया के वैश्विक कोष के लिए (GFTAM) के लिए कितनी राशि का योगदान करने की घोषणा की?
(a) 21 मिलियन अमेरिकी डॉलर
(b) 22 मिलियन अमेरिकी डॉलर
(c) 23 मिलियन अमेरिकी डॉलर
(d) 25 मिलियन अमेरिकी डॉलर
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य
  • 3 सितंबर, 2019 को भारत ने 6वें पुनः पूर्ति चक्र (2022-23) हेतु एड्स, टीबी और मलेरिया के वैश्विक कोष (GFTAM-Global Fund for AIDS, TB and Malaria) के लिए 22 मिलियन अमेरिकी डॉलर राशि के योगदान की घोषणा की।
  • यह घोषणा केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याणमंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने की।
  • भारत इस वैश्विक कोष के साथ अपनी दीर्घकालिक साझेदारी और एड्स, तपेदिक, मलेरिया के उन्मूलन हेतु अपनी प्रतिबद्धता के प्रति दृढ़ है।
  • इस वैश्विक कोष के प्रति भारत सरकार का संकल्प सार्वभौमिक स्वास्थ्य तथा इन तीनों महामारियों से निपटने के लिए सीमापार कार्य करने और हाथ बटाने की उसकी समान दृढ़ प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।
  • भारत वैश्विक कोष में पुनः पूर्ति के मद्देनजर उसे लागू करने वाला पहला देश था।
  • भारत 6वें पुनःपूर्ति सम्मेलन के लिए प्रतिज्ञा की घोषणा करने वाला जी 20, ब्रिक्स और कार्यान्वयनकर्ता देशों के बीच पहला देश है।
  • भारत वर्ष 2002 से ही दान प्राप्तकर्ता और दानदाता के रूप में इस कोष से जुड़ा हुआ है।

लेखक-विजय प्रताप सिंह

संबंधित लिंक भी देखें…

https://pib.gov.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=192975