बाघों के अखिल भारतीय अनुमान 2018 के चौथे चक्र के परिणाम

PM releases results of 4th cycle of All India Tiger Estimation – 2018
प्रश्न-29 जुलाई, 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाघों के अखिल भारतीय अनुमान, 2018 के चौथे चक्र के परिणाम जारी किए। इससे संबंधित निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
(i) इस सर्वेक्षण के अनुसार, वर्ष 2018 में भारत में बाघों की संख्या बढ़कर 2,967 हो गई।
(ii) कर्नाटक में बाघों की संख्या सबसे अधिक पाई गई।
(iii) वर्तमान में भारत में कुल 50 टाइगर रिजर्व कोर और बफर क्षेत्र हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं-

(a) केवल (i)
(b) केवल (ii)
(c) केवल (i) एवं (iii)
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
  • 29 जुलाई, 2019 को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाघों के अखिल भारतीय अनुमान, 2018 में बाघ जनगणना के चौथे चक्र (4th Cycle of All India Tiger Estimation, 2018) के परिणाम जारी किया।
  • वर्ष 2006 से प्रत्येक 4 वर्ष के अंतराल पर बाघ जनगणना का कार्य किया जा रहा है।
  • इस रिपोर्ट का शीर्षक “Status of Tigers Co-predators Prey in India, 2018” है।
  • इस रिपोर्ट को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) द्वारा संकलित किया गया है।
  • इस सर्वेक्षण के अनुसार, वर्ष 2018 में भारत में बाघों की संख्या वर्ष 2014 की तुलना में 33 प्रतिशत से बढ़कर 2,967 हो गई।
  • वर्ष 2014 में बाघों की संख्या 2,226 थी।
  • इस प्रकार, वर्तमान में भारत बाघों के सबसे बड़े और सुरक्षित प्राकृतिक आवासों में से एक हो गया है।
  • बाघों के संरक्षित क्षेत्रों की संख्या में भी 2014 की तुलना में वृद्धि हुई है। 2014 में 692 संरक्षित क्षेत्र थे, जो कि 2019 में बढ़कर 860 से अधिक हो गये हैं।
  • मध्य प्रदेश में बाघों की संख्या सबसे अधिक 526 पाई गई।
  • इसके पश्चात कर्नाटक में 524 और उत्तराखंड में 442 बाघ हैं।
  • इसके अलावा अन्य प्रमुख राज्यों में बाघों की संख्या इस प्रकार रहीं-
   राज्य   बाघों की संख्या
उत्तर प्रदेश 173
महाराष्ट्र 312
बिहार 31
आंध्र प्रदेश 48
छत्तीसगढ़ 19
ओडिशा 28
राजस्थान 69
केरल 190
तमिलनाडु 264
असम 190
  • रिपोर्ट के अनुसार, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में बाघों की संख्या में गिरावट देखने को मिली, जबकि ओडिशा में इनकी संख्या अपरिवर्तित रही।
  • इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने पेंच बाघ अभयारण्य, (मध्य प्रदेश) के साथ बाघ अभयारण्यों के प्रभावी मूल्यांकन प्रबंध (MEETR) के चौथे चक्र की भी रिपोर्ट जारी की, जहां बाघों की संख्या सबसे अधिक देखने को मिली।
  • जबकि तमिलनाडु स्थित सत्यमंगलम बाघ अभयारण्य में पिछले चक्र के बाद से सबसे अच्छा प्रबंध देखने को मिला।
  • यह सर्वेक्षण बाघों के प्राकृतिक वास वाले 3,81,400 वर्ग किमी. क्षेत्रफल पर आधारित है।
  • इसका प्रकाशन राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) और भारतीय वन प्रबंधन संस्थान भोपाल (म.प्र.) ने संयुक्त रूप से किया।

विवेक कुमार त्रिपाठी

संबंधित लिंक भी देखें…

http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=192357

https://projecttiger.nic.in/WriteReadData/PublicationFile/Tiger%20Status%20Report_XPS220719032%20%20new%20layout(1).pdf