पहली बार भारतीय वैक्सीन को डब्ल्यूएचओ द्वारा ‘पूर्व-योग्य’ घोषित

First India-designed vaccine passes WHO test

प्रश्न-हाल ही में बच्चों में किस रोग के इलाज के लिए प्रयुक्त होने वाली रोटावैक वैक्सीन को डब्ल्यूएचओ द्वारा ‘पूर्व-योग्य’ घोषित किया गया?
(a) डायरिया
(b) हेपेटाइटिस-B
(c) जापानी इंसेफलाइटिस
(d) डेंगू
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • जनवरी, 2018 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा पहली बार भारतीय वैक्सीन को परिक्षण के उपरांत ‘पूर्व-योग्य’ (Pre-Qualified) घोषित किया गया। इसका नाम ‘रोटावैक वैक्सीन’ (Rotavac Vaccine) है।
  • ‘पूर्व-योग्य’ का अर्थ है कि अब इस वैक्सीन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दक्षिण अमेरिका एवं अफ्रीका के देशों में विक्रय किया जा सकता है।
  • रोटावैक वैक्सीन की कल्पना एवं विकास हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक लिमिटेड द्वारा किया गया।
  • इसका विकास चिकित्सीय अनुसंधान के क्षेत्र में कार्य कर रहे भारत एवं अमेरिका के संयुक्त सहयोग के तहत किया गया।
  • बच्चों में ‘रोटावायरस’ (Rotavirus) नामक विषाणु के कारण होने वाले ‘डायरिया’ (दस्त) रोग के विरुद्ध संरक्षण प्राप्त करने हेतु इस वैक्सीन का प्रयोग किया जाता है।
  • इस वैक्सीन का निर्माण आज से 30 साल पहले नई दिल्ली स्थित ‘अखिल भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान’ (एम्स) में पृथक विषाणु के तनाव द्वारा किया गया था।
  • इस वैक्सीन को वर्ष 2016 में भारत के ‘राष्ट्रीय प्रतिरक्षा कार्यक्रम’ में समावेशित किया गया था जिसकी अभी तक 35 मिलियन खुराक वितरित की जा चुकी है।
  • रोटावैक वैक्सीन के एक खुराक की लागत 55 से 60 रु. के मध्य होती है।
  • इस वैक्सीन का परिक्षण एक वर्ष से अधिक समय तक किया गया था जिसका कोई भी नकारात्मक प्रभाव नहीं देखा गया।
  • अब तक भारत के 9 राज्यों के लगभग 90 लाख बच्चों का टीकाकरण कराया जा चुका है।
  • ‘रोटावायरस’ बचपन में डायरिया रोग के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले विश्व के लगभग 36 प्रतिशत बच्चों की मौत का कारण होता है।
  • निम्न एवं मध्य आमदनी वाले देशों में प्रतिवर्ष रोटावायरस के कारण लगभग 2 लाख बच्चों की मौत हो जाती है।
  • टावायरस द्वारा होने वाले डायरिया रोग के कारण प्रतिवर्ष भारत के अस्पताल में भर्ती होने वाले 5 से 10 वर्ष की उम्र के लगभग 80 हजार बच्चों की मौत हो जाती है।

संबंधित लिंक
http://www.thehindubusinessline.com/companies/bharat-biotechs-diarrhoea-vaccine-gets-who-nod/article10049545.ece
http://www.thehindu.com/news/national/first-india-designed-vaccine-passes-who-test/article22512401.ece