पर्यटन मंत्रालय द्वारा स्वदेश दर्शन व प्रसाद योजना के तहत 190.46 करोड़ की परियोजनाओं को मंजूरी

प्रश्न-पर्यटन मंत्रालय द्वारा हाल ही में स्वदेश दर्शन व प्रसाद योजना के तहत मंजूर विकास परियोजनाओं में निम्न में से किस एक स्थल का विकास शामिल नहीं है?
(a) गोरखनाथ मंदिर
(b) देवी पाटन मंदिर
(c) मथुरा में गोवर्धन
(d) पूर्वी हिमालय क्षेत्र
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य

  • पर्यटन मंत्रालय द्वारा हाल ही में 190.46 करोड़ की विकास परियोजनाओं को स्वदेश दर्शन व प्रसाद योजना के तहत मंजूर किया गया है।
  • इन विकास परियोजनाओं के अंतर्गत 3 राज्यों (मेघालय, गुजरात व उत्तर प्रदेश) के कुछ महत्वपूर्ण स्थलों की मूलभूत सुविधाओं का विकास किया जायेगा।
  • स्वदेश दर्शन व प्रसाद योजना के तहत मंजूर स्थलों में गोरखनाथ मंदिर, देवी पाटन मंदिर, मथुरा में गोवर्धन, मेघालय में गारो, खासी, जयंतियां पहाड़ियों में स्थित कुछ स्थल एवं गुजरात में सोमनाथ शामिल हैं।
  • अन्य महत्वपूर्ण तथ्य
  • प्रसाद (PRASAD) योजना को 2014-15 में केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था।
  • प्रसाद (PRASAD) का पूर्णरूप-Pilgrimage Rejuvenation and Spiritual, Heritage Augmentation Drive होता है।
  • प्रसाद योजना का उद्देश्य तीर्थयात्रा कायाकल्प व आध्यात्मिक संवर्द्धन है, जोकि सभी धर्मों के तीर्थ केंद्रों पर सुविधाओं व आधारिक संरचना में सुधार करने के लिए है। जबकि स्वदेश दर्शन योजना विशिष्ट विषयों पर आधारित पर्यटन सर्किट के एकीकृत विकास के लिए है।

लेखक-राजहंस ओझा

संबंधित लिंक भी देखें…
https://economictimes.indiatimes.com/news/politics-and-nation/tourism-ministry-sanctions-projects-worth-rs-190-46-cr-in-3-states/articleshow/67498033.cms
https://www.business-standard.com/article/pti-stories/tourism-ministry-sanctions-projects-worth-rs-190-cr-in-meghalaya-up-119011100872_1.html
http://tourism.gov.in/ministry-updates