न्यू एनर्जी आउटलुक, 2019

NEW ENERGY OUTLOOK RELEASE BY BLOOMBREG 2019

प्रश्न-ब्लूमबर्ग न्यू एनर्जी फाइनेंस द्वारा जारी ‘न्यू एनर्जी आउटलुक, 2019’ से संबंधित कौन-सा कथन सही नहीं है?
(a) वर्ष 2050 तक वैश्विक बिजली में 50 प्रतिशत भाग पवन एवं सौर ऊर्जा का होगा।
(b) अब से वर्ष 2050 के मध्य 12 ट्रिलियन वॉट उत्पादन क्षमता के विस्तार हेतु 13.3 ट्रिलियन डॉलर के नए निवेश की आवश्यकता होगी।
(c) वर्ष 2026 में वैश्विक स्तर पर कोयला उपभोग सर्वोच्च स्तर पर होगा।
(d) वर्ष 2050 तक गैस-आधारित ऊर्जा में प्रतिवर्ष 6 प्रतिशत की वृद्धि होगी।
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य

  • 18 जून, 2019 को ब्लूमबर्ग न्यू एनर्जी फाइनेंस (BNEF) द्वारा अपनी वार्षिक रिपोर्ट ‘न्यू एनर्जी आउटलुक, 2019’ जारी की गई।
  • रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2018 में जीवाश्म-ईंधन से दो-तिहाई ऊर्जा आवश्यकता की पूर्ति होती है, जबकि वर्ष 2050 तक दो-तिहाई ऊर्जा आवश्यकता की पूर्ति शून्य कार्बन ऊर्जा से होगी।
  • वर्ष 2050 में वैश्विक बिजली में पवन एवं सौर ऊर्जा का योगदान 50 प्रतिशत होगा।
  • वर्तमान में विश्व बिजली उत्पादन में सौर ऊर्जा का योगदान 2 प्रतिशत से बढ़कर वर्ष 2050 में 22 प्रतिशत हो जाएगा।
  • विश्व बिजली उत्पादन में पवन ऊर्जा का योगदान वर्तमान के 5 प्रतिशत से बढ़कर वर्ष 2050 में 26 प्रतिशत हो जाएगा।
  • वर्तमान से वर्ष 2050 के मध्य 12 ट्रिलियन वॉट उत्पादन क्षमता के विस्तार हेतु 13.3 ट्रिलियन डॉलर के नए निवेश की आवश्यकता होगी।
  • उक्त निवेश का 77 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा के लिए होगा, जिसमें से पवन ऊर्जा के लिए 5.3 ट्रिलियन डॉलर और 4.2 ट्रिलियन डॉलर सौर ऊर्जा के लिए होगा।
  • नए जीवाश्म ईंधन संयंत्र के लिए निवेश 2 ट्रिलियन डॉलर होगा।
  • वर्ष 2050 तक पारेषण एवं वितरण के विस्तार के लिए अनुमानित 11.4 ट्रिलियन डॉलर की आवश्यकता होगी।
  • वर्ष 2026 में विश्व में कोयला उपभोग सर्वोच्च स्तर पर होगा।
  • वर्ष 2032 में विश्व में कोयला आधारित बिजली की तुलना पवन एवं सौर बिजली अधिक होगी।
  • वर्ष 2050 तक गैस-आधारित ऊर्जा में मात्र 0.6 प्रतिशत की वृद्धि होगी।
  • 2050 तक कोयला-आधारित बिजली उत्पादन में 51 प्रतिशत की गिरावट होगी।
  • विश्व में कोयला-आधारित बिजली आपूर्ति वर्तमान के 27 प्रतिशत से घटकर वर्ष 2050 में 12 प्रतिशत हो जाएगा।
  • भारत वर्ष 2044 तक भारत संयुक्त राज्य अमेरिका को पीछे छोड़कर दूसरा सबसे बड़ा ऊर्जा -तंत्र वाला देश होगा।
  • वर्ष 2050 तक शून्य-कार्बन प्रौद्योगिकियों द्वारा भारतीय बिजली के 67 प्रतिशत की आपूर्ति की जाएगी।
  • वर्ष 2040 तक यूरोप के ऊर्जा सम्मिश्र में 90 प्रतिशत योगदान नवीकरणीय ऊर्जा का होगा, जिसमें से 80 प्रतिशत पवन एवं सौर ऊर्जा का होगा।
  • चीन में पवन एवं सौर ऊर्जा का उत्पादन वर्तमान के 8 प्रतिशत से बढ़कर वर्ष 2050 तक 48 प्रतिशत हो जाएगा।
  • वर्ष 2027 में चीन विश्व का सबसे बड़ा ऊर्जा तंत्र वाला देश हो जाएगा।
  • वर्तमान से वर्ष 2050 के मध्य प्रतिवर्ष 1.5 प्रतिशत वृद्धि के साथ वैश्विक ऊर्जा मांग बढ़ाकर 62 प्रतिशत हो जाएगी।

लेखक-नीरज ओझा

संबंधित लिंक भी देखें…
https://www.power-technology.com/news/bloomberg-new-energy-outlook-2019-2/
https://www.power-technology.com/news/bloomberg-new-energy-outlook-2019-2/ https://www.power-technology.com/news/bloomberg-new-energy-outlook-2019-2/
https://www.bloomberg.com/opinion/articles/2019-06-18/bloombergnef-new-energy-outlook-old-sources-block-the-path
https://www.bp.com/content/dam/bp/business-sites/en/global/corporate/pdfs/energy-economics/energy-outlook/bp-energy-outlook-2019.pdf