नारी शक्ति पुरस्कार-2015

प्रश्न-किस राज्य को बाल लिंग अनुपात एवं जन्म के समय लिंग अनुपात में सुधार के लिए नारी शक्ति पुरस्कार-2015 से सम्मानित किया गया?
(a) पंजाब (b) हरियाणा
(c) उत्तर प्रदेश (d) राजस्थान
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 8 मार्च 2016 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नारी शक्ति पुरस्कार-2015 नई दिल्ली में प्रदान किए।
  • वर्ष 2015 के लिए राष्ट्रपति ने 22 संस्थानों/व्यक्तियों को नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किया।
  • नारी शक्ति पुरस्कार संस्थागत तथा व्यक्तिगत दो वर्गों में प्रदान किए जाते हैं, संस्थागत पुरस्कार के तहत 2 लाख रुपये नकद और प्रमाण पत्र तथा व्यक्तिगत पुरस्कार के तहत एक लाख रुपये नकद और प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाता है।
  • संस्थानों को प्रदान किए जाने वाले नारी शक्ति पुरस्कार के छः वर्ग हैं जिनके नाम रानी रूद्रम्मा देवी, माता जीजाबाई, कण्णगी देवी, रानी गैन्डिल्यु जेलियांग, देवी अहिल्या बाई होल्कर और रानी लक्ष्मीबाई है।
  • व्यक्तिगत पुरस्कारों के दो वर्ग हैं जिसके तहत साहस एवं बहादुरी, महिलाओं के प्रयास/सामुदायिक कार्य/महिला सशक्तिकरण के लिए पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
  • इस बार संस्थागत वर्ग में 7 पुरस्कार और व्यक्तिगत वर्ग में 15 पुरस्कार प्रदान किए गए।
  • पुरस्कार विजेताओं के नाम निम्नलिखित हैं-
     संस्थागत
    1. अंगदीपुरम ग्राम पंचायत, मल्लापुरम (पंचायत), केरल-इस ग्राम पंचायत ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए बहुत सारे कार्य किए हैं। इसने महिलाओं को नेतृत्व करने और निर्णय लेने में सक्षम बनाया है।
    2. हरियाण (राज्य) इस राज्य को बाल लिंग अनुपात (CRS) और जन्म के समय लिंग अनुपात में सुधार के लिए सम्मानित किया गया।
    3. गुड़िया स्वयंसेवी संस्थान (उत्तर प्रदेश) यह संस्था महिलाओं एवं बच्चों के यौन शोषण के विरुद्ध कार्य करती है, वराणसी एवं मऊ में बच्चों और महिलाओं को तस्करी से छुड़ाया है तथा वेश्यावृत्ति में संलग्न महिलाओं के बच्चों के अधिकारों के लिए कार्य किया है।
    4. जागोरी (दिल्ली) यह संस्था पिछले 25 वर्षों से नारीवादी दृष्टि के विस्तार के लिए समाज में कार्य कर रही है। इसने दिल्ली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के विरुद्ध ‘सुरक्षित दिल्ली’ अभियान चलाया।
    5. कनकलता वूमेन अर्बन कोआपरेटिव बैंक (असम) 7 करोड़ की कार्यशील पूंजी से प्रारंभ असम का पहला महिलाओं का बैंक है जिसकी असम में फैली शाखाओं में लगभग 28,000 से अधिक ग्राहक हैं। इस बैंक से सिर्फ महिलाएं ही उधार ले सकती हैं, पुरुष रिजर्व बैंक के निर्देशानुसार सिर्फ पैसे जमा कर सकते हैं।
    6. प्रौद्योगिकी सूचना, पूर्वानुमान एवं मूल्यांकन परिषद (TIFAC)-इस संस्थान ने किरन आइपीआर (KIRAN-IPR) योजना के तहत महिलाओं के लिए रोजगार उत्पन्न करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके दिल्ली, पुणे, चेन्नई और खड़गपुर केंद्र पर 405 महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
    7. ब्रेक थ्रू ट्रस्ट (दिल्ली) यह संस्था महिलाओं और लड़कियों के विरुद्ध हिंसा और भेदभाव के लिए अत्याधुनिक मल्टीमीडिया के माध्यम से जागरूकता फैलाने के अभियान में लगा हुआ है।
    व्यक्तिगत
  • इस श्रेणी में लकी कुरियन, सौरभ सुमन, वसंती देवी, सुपर्ण बक्सी गांगुली, मीना शर्मा, प्रीती पाटकर, उत्तरा पद्वार, पोलुमती विजया निर्मला, वासु प्रिमालनी, सुजाता साहू, ज्योति महापसेकर, सुमिता घोष, अंजली शर्मा, कृष्णा यादव, शकुंतला मजूमदार को सम्मानित किया गया।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://pib.nic.in/newsite/hindirelease.aspx?relid=46482
http://pib.nic.in/newsite/hindirelease.aspx?relid=46483
http://pibphoto.nic.in/documents/rlink/2016/mar/p20163801.pdf
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=137483