दक्षिण एशिया वन्यजीव प्रवर्तन नेटवर्क

South Asia Wildlife Enforcement Network

प्रश्न-‘दक्षिण एशिया वन्यजीव प्रवर्तन नेटवर्क’ (SAWEN) में शामिल देशों की संख्या है-
(a) 8
(b) 7
(c) 6
(d) 5
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • 13 अप्रैल, 2016 को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा भारत के ‘दक्षिण एशिया वन्यजीव प्रवर्तन नेटवर्क’ (SAWEN) व्यवस्था अपनाने और उसका सदस्य बनने की स्वीकृति प्रदान की गयी।
  • उल्लेखनीय है कि इस व्यवस्था से सदस्य देशों के मध्य संचार, समन्वय, सहयोग, क्षमता निर्माण और दक्षिण एशियाई क्षेत्र में सहयोग के जरिए सीमापार वन्यजीव संबंधी अपराधों को रोकने में मदद मिलेगी।
  • ज्ञातव्य है कि ‘दक्षिण एशिया वन्यजीव प्रवर्तन नेटवर्क’ आठ दक्षिण एशियाई देशों-अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान एवं श्रीलंका से निर्मित एक क्षेत्रीय नेटवर्क है।
  • इसका उद्देश्य दक्षिण एशियाई क्षेत्र में अवैध व्यापार का सामना करने हेतु समान लक्ष्यों एवं दृष्टिकोणों के माध्यम से वन्यजीव अपराधों से निपटने हेतु एक सशक्त क्षेत्रीय अंतः सरकारी निकाय के रूप में कार्य करना है।
  • गौरतलब है कि इस व्यवस्था के अनुपालन से भारत दक्षिण एशियाई क्षेत्र एवं उसके आस-पास वन्यजीव अपराध से निपटने में क्षेत्रीय अंतः सरकारी संगठन का हिस्सा बन जाएगा।
  • वन्यजीव अपराधों से निपटने हेतु निम्नलिखित लक्ष्यों का निर्धारण किया गया है-
  • वनस्पतियों एवं जीव-जन्तुओं के संरक्षण से संबंधित सदस्य देशों के कानूनों एवं नीतियों में समन्वय लाने और मानकीकरण हेतु पहल करना।
  • दक्षिण एशियाई क्षेत्र के देशों के भीतर एवं आस-पास अवैध शिकार तथा अवैध व्यापार और प्राकृतिक जैवविविधता से संबंधित खतरों के रुझान के दस्तावेज का निर्माण करना।
  • अनुसंधान एवं जानकारी के आदान-प्रदान, प्रशिक्षण तथा क्षमता निर्माण, तकनीकी सहायता, अनुभवों एवं पहुंच को साझा करने के माध्यम से वन्यजीव अपराध का सामना करने हेतु संस्थागत पहलों को सशक्त बनाना।
  • सदस्य देशों को वन्यजीव अपराधों पर अंकुश लगाने हेतु उनकी राष्ट्रीय कार्य योजनाओं को तैयार करने एवं क्रियान्वित करने हेतु प्रोत्साहित करना।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=138834
http://www.sawen.org/pages/details/about