प्रश्न-सही कथन का चुनाव कीजिए
कथन (A): नवंबर 2019 में दक्षिण एशियाई सहकारी पर्यावरण कार्यक्रम की 15वीं शासी परिषद की बैठक-2019 का आयोजन बांग्लादेश की राजधानी ढाका में संपन्न हुई।
कारण (B): इस बैठक में भारत की तरफ से केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भाग लिया।
विकल्प
(a) कथन (A) और कारण (B) दोनों सही हैं तथा कारण (B) कथन (A) का सही स्पष्टीकरण है।
(b) कथन (A) और कारण (B) दोनों सही हैं, परंतु कारण (B) कथन (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) कथन (A) सही है, परंतु कारण (B) गलत है।
(d) कथन (A) गलत है, परंतु कारण (B) सही है।
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य
कथन (A): नवंबर 2019 में दक्षिण एशियाई सहकारी पर्यावरण कार्यक्रम की 15वीं शासी परिषद की बैठक-2019 का आयोजन बांग्लादेश की राजधानी ढाका में संपन्न हुई।
कारण (B): इस बैठक में भारत की तरफ से केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भाग लिया।
विकल्प
(a) कथन (A) और कारण (B) दोनों सही हैं तथा कारण (B) कथन (A) का सही स्पष्टीकरण है।
(b) कथन (A) और कारण (B) दोनों सही हैं, परंतु कारण (B) कथन (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) कथन (A) सही है, परंतु कारण (B) गलत है।
(d) कथन (A) गलत है, परंतु कारण (B) सही है।
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य
- 6 नवंबर, 2019 को दक्षिण एशियाई सहकारी पर्यावरण कार्यक्रम की 15वीं शासी परिषद की बैठक-2019 बांग्लादेश की राजधानी ढ़ाका में आयोजित की गई।
- इस बैठक में भारत की ओर से केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भाग लिया।
- बैठक के मुख्य बिन्दु
- शासी परिषद की बैठक के दौरान प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन, जैव-विविधता और पर्यावरण से संबंधित अन्य विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
- पेरिस सम्मेलन को पूरा करने की दिशा में भारत ने अपनी उत्सर्जन तीव्रता में कमी करने, विद्युत क्षेत्र में अक्षय ऊर्जा की हिस्सेदारी को बढ़ाने तथा वन आच्छादित क्षेत्र बढ़ाने की दिशा में कई कदम उठाया है।
- ढ़ाका की अपनी इस यात्रा के दौरान पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बांग्लादेश के सूचना मंत्री हसन महमूद से भी मुलाकात की।
- पर्यावरण मंत्री ने कहा कि लोगों में जागरूकता पैदा करके और उनके भागीदारी को बढ़ाकर उनके व्यवहार में परिवर्तन लाकर पर्यावरण के समक्ष उत्पन्न होने वाली चुनौतियों से निबटा जा सकता है।
- उन्होंने विकसित देशों से आह्वन किया कि वे लाभ कमाने के उद्देश्य के बजाय नई तकनीक के प्रसार के उद्देश्य से विकासशील देशों को स्वच्छ तकनीक प्रदान करें।
- डॉ. बसीर (SACEP डायरेक्टर जनरल) ने SALEP सचिवालय के लिए भारत द्वारा किए गए 15000 USD के अनुदान पर आभार व्यक्त किया।
- उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि विकासशील देश जलवायु परिवर्तन की समस्या से सबसे अधिक पीड़ित है। अतः विकसित देशों को अपने वादे के अनुसार विकासशील देशों को वित्तीय सहायता प्रदान करनी चाहिए।
- दक्षिण एशिया सहकारी पर्यावरण कार्यक्रम
- दक्षिण एशिया सहकारी पर्यावरण कार्यक्रम (SACEP-South Asia Co-operative Environment Programme) एक अंतर-सरकारी संगठन है।
- इसकी स्थापना वर्ष 1982 में दक्षिण एशिया के विभिन्न देशों की सरकारों द्वारा क्षेत्र में पर्यावरण का संरक्षण, प्रबंधन और संवर्द्धन को बढ़ावा देने और समर्थन करने के लिए स्थापित किया गया था।
- इस संगठन के सदस्य देशों में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं।
लेखक-वृषकेतु राय
संबंधित लिंक भी देखें…
http://www.sacep.org/past-events/Meeting_DG_Minister_Environment_Forest_Climate_Change_India