त्रिनेत्र का परीक्षण

प्रश्न-भारतीय रेलवे गाड़ियों के सुरक्षित संचालन के लिए किस नए प्रौद्योगिकी का व्यापक परीक्षण कर रहा है?
(a) त्रिनेत्र प्रौद्योगिकी
(b) त्रिमूर्ति प्रौद्योगिकी
(c) त्रिशाला प्रौद्योगिकी
(d) त्रिनामा प्रौद्योगिकी
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
  • 28 जून, 2019 को रेल मंत्री पीयूष गोयल ने राज्य सभा में भारतीय रेलवे द्वारा त्रिनेत्र प्रौद्योगिकी के व्यापक परीक्षण करने के संदर्भ में जानकारी प्रदान की गई।
  • त्रिनेत्र एक प्रकार की युक्ति है जो अल्ट्रासोनिक तरंगो के माध्यम से घने कोहरे में भी सुगम यातायात व्यवस्था में आने वाली बाधाओं का पता लगाने में सक्षम होगा।
  • त्रिनेत्र अभी परीक्षण के अधीन है। परीक्षणोपरांत इसे लागू करने पर निर्णय किया जाएगा।
  • इसके साथ ही रेलवे द्वारा यात्रियों को पीने के पानी की सुविधा प्रदान करने के लिए छोटे रिवर्स आस्मोसिस (आरओ) जल संयंत्र स्थापित कर रहा है।
  • गौरतलब है कि त्रिनेत्र को वर्ष 2002-03 में विकसित किया गया था पंरतु सकल परीक्षण के अभाव में इसे आज तक लागू नहीं किया जा सका है।
  • गौरतलब है कि त्रिनेत्र (TRI-NETRA) का विस्तृत रूप (टेरेन इमेजिंग फॉर ड्राइवर्स इंफ्रारेड, एनहैंस्ड, ऑप्टिकल एंड रडार असिस्टेड) है।
  • इसमें इंफ्रारेड कैमरा, ऑप्टिकल कैमरा और रडार असिस्टेट इमेजिंग सिस्टम शामिल है।
  • यह धूमिल परिस्थितियों में भी पटरियों पर अवरोधों की पहचान करने में लोको पायलटों की सहायता करता है।
  • उल्लेखनीय है कि त्रिनेत्र ट्रेनों के रख-रखाव का रिकॉर्ड रखने के साथ ही ट्रेन दुर्घटनाओं को कम करने तथा धुंधले दिनों में बेहतर संचालन के लिए स्पष्ट दृश्यता भी प्रदान करेगी।

लेखक-सुनीत कुमार द्विवेदी

संबंधित लिंक भी देखें…

http://www.blog.indianrailways.gov.in/tri-netra-terrain-imaging-for-diesel-drivers-infra-red-enhanced-optical-radar-assisted-system/