प्रश्न-जलवायु परिवर्तन के कारण समाप्त होने वाला पहला आइसलैंड का ग्लेशियर कौन हैं?
(a) होफ्सजोकुल
(b) द्रंगजोकुल
(c) ओकजोकुल
(d) लैंगजोकुल
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
(a) होफ्सजोकुल
(b) द्रंगजोकुल
(c) ओकजोकुल
(d) लैंगजोकुल
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
- अगस्त, 2019 में जलवायु परिवर्तन के कारण समाप्त होने वाले ग्लेशियर ओकजोकुल (Okjokull) की स्मृति में समारोह का आयोजन किया गया।
- यह ग्लेशियर आइसलैंड में सब-आर्कटिक द्वीप में स्थित था।
- इस अवसर पर इस ग्लेशियर की स्मृति में एक कांस्य पट्टिका का अनावरण किया गया।
- इस पट्टिका पर ‘भविष्य के लिए एक पत्र’ (Aletter to the Future) अंकित है और इसका उद्देश्य ग्लेशियरों के क्षरण और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के विषय में जागरूकता बढ़ाना है।
- इस पट्टिका पर वायुमंडल में 415 PPM CO2 की मात्रा भी दर्ज की गई है।
- वैज्ञानिकों के अनुसार अगले 200 वर्षों में विश्व के सभी ग्लेशियरों की ऐसी ही स्थिति होने की संभावना है।
- आइसलैंड में प्रतिवर्ष लगभग 11 बिलियन टन बर्फ पिघल रही है।
- वैज्ञानिकों को आशंका है कि वर्ष 2200 तक इस द्वीप के सभी 400 से अधिक ग्लेशियर समाप्त हो सकते हैं।
- उल्लेखनीय है कि ग्लेशियोलॉजिस्ट ने वर्ष 2014 में ही ओकजोकुल के ग्लेशियर की स्थिति का दर्जा समाप्त कर दिया था।
- इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) द्वारा अप्रैल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार यदि ग्रीन हाउस गैस का उत्सर्जन वर्तमान दर पर जारी रहता है तो विश्व के लगभग आधे धरोहर स्थल वर्ष 2100 तक ग्लेशियर का दर्जा खो सकते हैं।
लेखक-विजय प्रताप सिंह
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