प्रश्न-20 मई, 2019 को जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी के जलविज्ञान आंकड़े साझा करने की पुनः शुरुआत की। चीन ने किस वर्ष से इन आंकड़ों को साझा करना बंद कर दिया था?
(a) वर्ष 2015
(b) वर्ष 2014
(c) वर्ष 2017
(d) वर्ष 2013
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
(a) वर्ष 2015
(b) वर्ष 2014
(c) वर्ष 2017
(d) वर्ष 2013
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
- 20 मई, 2019 को जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार चीन ने ब्रहापुत्र नदी के जलविज्ञान आंकड़े साझा करने की पुनः शुरुआत की।
- उल्लेखनीय है कि डोकलाम विवाद के बाद वर्ष 2017 में चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी के लिए जलविज्ञान आंकड़े को साझा करना बंद कर दिया था।
- मंत्रालय के अनुसार, सतलज नदी के लिए भी चीन द्वारा आंकड़े साझा करने की शुरुआत का अनुमान है।
- गौरतलब है कि ब्रह्मपुत्र नदी के लिए प्रति वर्ष ‘15 मई’ से और सतलज नदी के लिए ‘1 जून’ से आंकड़े साझा किए जाते हैं।
- चीन, ब्रह्मपुत्र नदी की मुख्यधारा पर स्थित तीन जलविज्ञान स्टेशनों नुगेशा, यांगकुन और नुशिआ के आंकड़े मुहैया कराता है।
- ब्रह्मपुत्र नदी, जिसे चीन में यारलुंग जांगपो (त्संगपो) (Yarlung Tsangpo) के नाम से जाना जाता है, यह तिब्बत से निकलती है और भारत के अरुणाचल प्रदेश तथा असम से गुजरती हुई बांग्लादेश के जरिए बंगाल की खाड़ी तक जाती है।
- सतलज नदी, जिसे चीन में ‘लांगकेन जांगबो’ के नाम से जाना जाता है, यह भी तिब्बत से निकलती है।
- सतलज, सिंधु की सहायक नदी है।
- यह भारत से गुजरने के बाद पाकिस्तान चली जाती है।
- सतलज नदी के लिए त्सादा जलविज्ञान केंद्र से आंकड़े मुहैया कराए जाते हैं।
- उल्लेखनीय है कि बारिश के कारण नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ नियंत्रण के लिए जलविज्ञान आंकड़ों की जरूरत होती है।
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