केंद्र सरकार द्वारा किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य

Multi-layer farming can help in doubling farmers’ income says narendra singh tomar in rajya sabha
प्रश्न-निम्नलिखित में से कहां पर सर्वप्रथम कृषि विज्ञान केंद्र की स्थापना की गई थी?
(a) लखनऊ
(b) चंडीगढ़
(c) पुडुचेरी
(d) अहमदाबाद
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
  • 21 जून, 2019 को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा राज्य सभा में सूचित किया गया कि किसानों की आय को वर्ष 2022 तक दोगुना करने के लिए कृषि गतिविधियों को आधुनिक बनाया जाएगा।
  • कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) बिग डेटा एनालिटिक्स, ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IOT) जैसी तकनीकों का कृषि में उपयोग होगा।
  • ‘किसान सुविधा मोबाइल एप्लीकेशन’ के माध्यम से मौसम, पौधों की सुरक्षा, मृदा स्वास्थ्य और कृषि संयंत्र के बारे में किसानों को सूचित किया जाता है।
  • किसानों की आय दोगुना करने के उद्देश्य की प्राप्ति के लिए सरकार द्वारा 713 कृषि विज्ञान केंद्र और 684 कृषि फार्म समुदाय भी स्थापित किए गए हैं।
  • उल्लेखनीय है कि उपर्युक्त सभी गतिविधियों का संकलन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) द्वारा किया जाता है।
  • कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके)
  • कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रणाली का अंग है, इसका उद्देश्य स्थानीय स्तर पर कृषि में विशिष्ट तकनीकी मॉड्यूल और संबद्ध उद्यमों का मूल्यांकन करना है।
  • यह केंद्र जिले की कृषि अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए सार्वजनिक, निजी और स्वैच्छिक क्षेत्र की भागीदारी द्वारा कृषि प्रौद्योगिकी के ज्ञान और संसाधन केंद्र के रूप में कार्य कर रहे हैं।
  • सबसे पहला कृषि विज्ञान केंद्र वर्ष 1974 में पुडुचेरी में स्थापित किया गया था। वर्तमान में इनकी संख्या 713 है तथा सर्वाधिक 83 उत्तर प्रदेश में हैं।

संबंधित लिंक भी देखें…

https://www.thehindubusinessline.com/economy/agri-business/multi-layer-farming-can-help-in-doubling-farmers-income-minister/article28137596.ece

https://economictimes.indiatimes.com/news/economy/agriculture/digital-tech-to-help-in-doubling-farmers-income/articleshow/69894971.cms