ई-दृष्टि वेबसाइट पर करेण्ट अफेयर्स दिन-प्रतिदिन प्रस्तुत करते समय हमने इस बात का खास ख्याल रखा है कि करेण्ट अफेयर्स के वही टॉपिक चुने जाएं जो प्रतियोगितात्मक परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण हों और इसमें अनर्गल एवं गैर जरूरी तथ्यों को समावेशित कर आपके पढ़ने का भार न बढ़ाया जाए। दूसरा यह ध्यान रखा गया है कि इस प्रकार की सामग्री के प्रति आपके विश्वसनीयता के संकट को दूर किया जा सके। इस बात के लिए हमने प्रत्येक तथ्य के प्रमाणन हेतु संबंधित लिंक भी उपलब्ध कराया है। लिंक पर जाकर आप स्वयं ही इन तथ्यों की प्रामाणिकता को जांच सकते हैं, परख सकते हैं। करेण्ट अफेयर्स से संबंधित सूचनाओं को तुरंत पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा किंतु तथ्यों की प्रामाणिकता को समय पर तरजीह दी गयी है। इस कारण हो सकता है कि घटनाएं जिस दिन घटित हों उसके एक या दो दिन बाद आपको हमारी वेबसाइट पर प्राप्त हों।माह भर की घटनाओं को संशोधित, परिमार्जित और संपादित करके पी.डी.एफ. प्रत्येक माह की 1 तारीख को उपलब्ध करा देने की योजना है। पी.डी.एफ. में प्रायः माह की 28 तारीख तक की घटनाओं को समावेशित किया जाएगा। ऐसा करना इसलिए जरूरी है कि सभी तथ्यों की जांच करने में कुछ समय अवश्य ही लगेगा।पाठकों की संतुष्टि हमारे लिए सर्वोपरि है, इसीलिए आपसे अनुरोध है कि अपने फीडबैक से हमें अवश्य अवगत कराएं।
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आपकी आलोचनात्मक प्रतिक्रियाओं का हम तहे दिल से स्वागत करेंगे। इससे हमें आगामी दिनों में सामग्री के स्तर में सुधार की दिशा प्राप्त होगी।करेण्ट अफेयर्स के पीडीएफ को भारी संख्या में डाउनलोड प्राप्त हुए हैं। इसके लिए हम अपने पाठकों का अभिनन्दन करते हैं। हमारे प्रयास के लिए परीक्षार्थियों द्वारा दिखाया गया उत्साह हमें अपने कर्तव्यों के प्रति अधिक सजग बनाता है। आशा है कि करेन्ट अफेयर्स का पीडीएफ (जुलाई, 2018) पाठकों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा।
करेण्ट अफेयर्स पर कोई भी सामग्री बेकार है यदि उस सामग्री में से ही परीक्षा-प्रश्न नहीं बनते हैं। इस दृष्टि से ई-दृष्टि बेहद सफल रही है। पी.सी.एस. उ.प्र. में लगभग सभी प्रश्न एवं अन्य परीक्षाओं में भी अधिकांश प्रश्न हमारी सामग्री से पूछे गये हैं। ई-दृष्टि की सामग्री और परीक्षा प्रश्न-पत्रों का मिलान करके आप स्वयं देख सकते हैं।
Please provide monthly basis in market.
कृपया ई-दृष्टि को या तो लगातार मार्केट मे उपलब्ध कराइये या तो पीडीफ को इस तरह से बनाइये कि ज्यादा पेज का न हो क्योकि प्निंट करने पर लगभग 120 ₹ का हो जाता है जो मैगज़ीन से 3 गुना ज्यादा है । मजबूरी ऐ है कि डिजिटल (पीडीफ) से पढ़ाई करना सिर्फ आदर्श के अलावा कुछ भी नही है क्योकि इससे आॅख दर्द करने लगती है । मुझे पता है पहले वाला थोड़ा कठिन है पर दसरा नहीं । मै आपके पहले महीने की मैगज़ीन यानी दिसम्बर 2014 से नियमित पाठक हूं । कई माध्यम से पढने के बाद भी पीडीफ कभी पूरा नहीं हो पाता । हो सके तो कृपया………….
Thanks….send it regularly as possible….