एशियाई शेरों का जीनोम अनुक्रमण

प्रश्न-हाल ही में भारत के किस संस्था के वैज्ञानिकों ने लुप्तप्राय प्रजाति के एशियाई शेर के पूरे जीनोम को अनुक्रमित किया?
(a) सेंट्रल साइंटिफिक इंस्टीट्यूट ऑर्गनाइजेंशन, नई दिल्ली
(b) इंस्टीट्यूट ऑफ माइक्रोबियल टेक्नोलॉजी, चंडीगढ़
(c) नेशनल फिजिकल लेबोरेटरी, नई दिल्ली
(d) सेंटर फॉर सेलुलर एंड मालीक्यूलर बायोलॉजी, हैदराबाद
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य

  • मई, 2019 में सी.एस.आई.आर.-सेंटर फॉर सेलुलर एंड मॉलीक्यूलर बायोलॉजी, हैदराबाद के वैज्ञानिकों ने लुप्तप्राय प्रजातियों के एशियाई शेरों के पूरे जीनोम को अनुक्रमित किए जाने की जानकारी प्रदान की।
  • इससे एशियाई शेरों के विकास क्रम को समझने में मदद मिलेगी, साथ ही अन्य बड़ी बिल्लियों यथा रॉयल बंगाल टाइगर, अफ्रीकी चीता एवं जगुआर के उपलब्ध जीनोम के साथ इनका तुलनात्मक अध्ययन भी किया जा सकेगा।
  • यह जीनोम अनुमानतः 2.3 जी.बी. (Gb:गीगाबेस) लंबा है, जिसमें कुल 20543 प्रोटीन कोडिंग जीन हैं।
  • इस जीनोम अनुक्रमण के द्वारा वैज्ञानिकों को जनसंख्या अनुवांशिकी का अध्ययन करने, इसकी आबादी की स्थिति और प्रबंधन में नई अंर्तदृष्टि प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
  • उल्लेखनीय है कि दुनिया में एशियाई शेरों की कुल संख्या बहुत कम है। वर्ष 2015 की गणना के अनुसार इनकी कुल संख्या 523 है, जो गुजरात के गिर राष्ट्रीय उद्यान में हैं।

लेखक-गजेंद्र प्रताप सिंह

संबंधित लिंक भी देखें…
https://www.thehindu.com/sci-tech/science/ccmb-scientists-sequence-asiatic-lion-genome/article27103990.ece