प्रश्न-21 अक्टूबर, 2019 को भारतीय रेलवे ने ई.एम.यू. सेवाओं में ई-कॉमर्स कंसाइनमेंट की पायलट परियोजना का शुभारंभ किया। इस पायलट परियोजना के संबंध में विकल्प में कौन-सा तथ्य सही नहीं है?
(a) इस परियोजना के तहत पूर्व रेलवे द्वारा अमेजन को सियालदह से दानकुनी ईएमयू में कंसाइनमेंट ले जाने की अनुमति प्रदान की गई है।
(b) शुरुआत में इस पायलट परियोजना को 6 माह के लिए अनुमति प्रदान की गई है।
(c) परियोजना के तहत प्रतिदिन 7 एमटी कंसाइनमेंट ले जाने की अनुमति है।
(d) इसके लिए प्रतिदिन 5537 रुपये का शुल्क (माप एल उच्चतम माप) निर्धारित किया गया है।
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य
(a) इस परियोजना के तहत पूर्व रेलवे द्वारा अमेजन को सियालदह से दानकुनी ईएमयू में कंसाइनमेंट ले जाने की अनुमति प्रदान की गई है।
(b) शुरुआत में इस पायलट परियोजना को 6 माह के लिए अनुमति प्रदान की गई है।
(c) परियोजना के तहत प्रतिदिन 7 एमटी कंसाइनमेंट ले जाने की अनुमति है।
(d) इसके लिए प्रतिदिन 5537 रुपये का शुल्क (माप एल उच्चतम माप) निर्धारित किया गया है।
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य
- 21 अक्टूबर, 2019 को भारतीय रेलवे ने ई.एम. यू. सेवाओं में ई-कॉमर्स कंसाइनमेंट की पायलट परियोजना का शुभारंभ किया।
- इस परियोजना अंतर्गत पूर्व रेलवे द्वारा अमेजन को सियालदह से दानकुनी ईएमयू में कंसाइनमेंट ले जाने की अनुमति प्रदान की गई है।
- शुरुआत में इस पायलट परियोजना को 3 माह के लिए अनुमति प्रदान की गई है।
- इस परियोजना के तहत प्रतिदिन 7 एमटी के लिए अनुमति प्रदान की गई है।
- इसके लिए प्रतिदिन 5537 रुपये का शुल्क (माप एल-उच्चतम माप) निर्धारित है।
- ईएमयू में कंसाइनमेंट भेजने की भारतीय रेल की यह पायलट परियेाजना अपने तरह की पहली परियोजना है।
- कंसाइनमेंट, वेंडर कम्पार्टमेंट के द्वारा नॉन पीक ऑवर्स में अर्थात 11 बजे दिन से 4 बजे तक भेजा सकता है।
- अमेजन कंपनी की दानकुनी में भंडारण व्यवस्था है, इसलिए इस कंपनी में सियालदह से दानकुनी मार्ग का चयन किया है।
लेखक-विजय प्रताप सिंह
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