आईसीजीएस वाराह

प्रश्न-हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किस बंदरगाह पर आईसीजीएस वराह को भारतीय तटरक्षक बल में शामिल किया?
(a) चेन्नई
(b) कोलकाता
(c) तूतीकोरीन
(d) कोचीन
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
  • 25 सितंबर, 2019 को चेन्नई बंदरगाह पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आईसीजीएस वाराह को भारतीय तटरक्षक बल में शामिल किया।
  • आईसीजीएस वराह 7 अपतटीय गश्ती पोतों (OPVs) की शृंखला का तीसरा पोत है।
  • भारतीय तटरक्षक बल में शामिल होने के पश्चात यह पोत कमांडर कोस्टगार्ड रीजन (वेस्ट) के प्रशासनिक नियंत्रण में कर्नाटक के न्यू मंगलौर बंदरगाह पर तैनात होगा।
  • अपतटीय गश्ती पोत आईसीजीएस वाराह की लंबाई 98 मीटर है।
  • इसका निर्माण एवं डिजाइन मे. लार्सन एंड टुब्रो द्वारा कटुपल्ली, चेन्नई में किया गया है।
  • यह पोत अत्याधुनिक नौवहन एवं दूरसंचार उपकरणों और सेंसरों से सुसज्जित है।
  • यह पोत 30mm तथा 12.7mm गन से लैश है और यह दो इंजन वाले एक हेलीकॉप्टर एवं 4 स्पीड बोट वहन करने में सक्षम है।
  • इस पोत की विस्थापना क्षमता 2100 टन है और इसमें 9100 kw के दो डीजल इंजन लगे हैं।
  • आईसीजीएस वाराह की अधिकतम गति 26 नॉट्स (Knots) है और एक बार में यह 5000 नॉटिकल मील की दूरी तय कर सकता है।
  • इस पोत को मुख्य रूप से अनन्य आर्थिक क्षेत्र (EEZ) की निगरानी के लिए तैनात किया जाएगा।
  • आईसीजीएस वाराह के कमांडर दुष्यंत कुमार होंगे और इस पर 14 अधिकारी तथा 89 चालक दल के सदस्य तैनात होंगे।
  • वर्तमान में भारतीय तटरक्षक बल के बेड़े में 142 पोत एवं नौकाएं और 62 एयर क्रॉफ्ट शामिल हैं।

लेखक-नीरज ओझा

संबंधित लिंक भी देखें…

https://pib.gov.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=193398

https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=1586183